महिला डाक्टर द्वारा शासनादेश की उड़ाई जा रही है धज्जियां

अलीगढ  :  इगलास सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र से गभाना के लिए स्थानांतरित हुई महिला डाक्टर श्रीमती ज्योति शर्मा ने गभाना में अभी तक कार्यभार नहीं संभाला है और महिला डाक्टर के न होने के कारण मरीजों को इधर उधर भटकना पड़ रहा है। एक महिला डाक्टर द्वारा इगलास स्वास्थ्य केंद्र से लिखित रूप में चार्ज नहीं छोड़ा गया और गभाना में कार्यभार ग्रहण न किए जाने के बाद भी अलीगढ़ के मुख्य चिकित्साधिकारी इस ओर से चुप्पी साधे हुए है आखिर क्यों ?  प्राप्त जानकारी के मुताबिक सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र इगलास में महिला डाक्टर श्रीमती ज्योति शर्मा द्वारा करीब तीन माह पूर्व वेसवा के व्यक्ति से अपनी पत्नी का प्रसव कराए जाने के नाम पर तीन हजार रुपए की मांग किए जाने का आरोप चर्चा में रहा था और यह खबर मुख्य चिकित्साधिकारी सहित अन्य तमाम उच्चाधिकारियों तक पहुंची थी। इस सम्बन्ध में जांच भी हुई और उनका स्थानांतरण 22 मई 2025 को गभाना के लिए कर दिया गया लेकिन उन्होंने वहां चार्ज नहीं लिया और अपने आपको इगलास सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का अधीक्षक बनने के लिए राजनेताओं से तिकड़म लगाने में जुट गई, और किसी तरह 15 जुलाई 2025 को एक माननीय की कृपा से अधीक्षक बनकर इगलास आ गई। लेकिन इगलास क्षेत्र की जनता की चाहत व गरीब व असहाय लोगों की भावनाओं को देखते हुए राजनैतिक अखाड़ा बना सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र इगलास में वह मात्र 15 दिन ही अधीक्षक पद पर कार्यरत रह सकी। इसी दौरान मा.उप मुख्यमंत्री के द्वारा निर्देशित किया गया 15 जुलाई 2025 की व्यवस्था के अनुसार पदीय कार्यों का र्निवहन करना सुनिश्चित करें। महिला डाक्टर द्वारा शासनादेश की धज्जियां उड़ाते हुए न तो इगलास से लिखित में चार्ज छोड़ा है और न दूसरी जगह चार्ज संभाला है। मुख्य चिकित्सा अधिकारी अलीगढ़ को जनहित की ओर ध्यान रखते हुए गभाना में महिला डाक्टर को चार्ज दिलाया जाए और शासन के आदेशों की गरिमा बनाए रखनी चाहिए। लेकिन पता नहीं मुख्य चिकित्साधिकारी इस ओर से चुप्पी क्यों साधे हुए हैं ?

रिपोर्टर : इंद्रजीत प्रेमी 

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