शिक्षा क्षेत्र की चुनौतियों के समाधान में शिक्षक सक्रिय भूमिका निभाएं-सतीश शर्मा

अलवर- शिक्षक क्षेत्र में अनेक चुनौतियां हैं, इन्हें दूर करने में शिक्षक अपनी सक्रिय भूमिका निभाएं। अलवर स्थित उच्च माध्यमिक आदर्श विद्या मंदिर राजेंद्र नगर में आयोजित 10 दिवसीय आवासीय नवीन आचार्य प्रांतीय प्रशिक्षण वर्ग में शिक्षा क्षेत्र की वर्तमान चुनौतियां एवं समाधान विषय पर बोलते हुए शर्मा ने कहा कि शिक्षा क्षेत्र में शिक्षकों के सामने अनेक चुनौतियां हैं , उन्हें दूर करने में शिक्षकों को अपनी सक्रिय भूमिका निभानी होगी। उन्होंने अपने उद्बोधन में कहा कि आज देश में इस प्रकार का वातावरण बना हुआ है कि सब कोई इंजीनियर, डॉक्टर और प्रशासनिक अधिकारी बनना चाहते हैं ,लेकिन शिक्षक बनने के लिए अधिक होड़ नहीं है। यह शिक्षा क्षेत्र की बहुत बड़ी चुनौती है। शिक्षकों के मान सम्मान में वृद्धि होने पर प्रतिभाशाली विद्यार्थी शिक्षक बनना अपनी पहली पसंद रख सकते हैं । उन्होंने कहा कि इसके लिए अभिभावकों को जागरूक करना बहुत जरूरी है। आज अभिभावक शिक्षक मीटिंग में केवल अंक देखने के लिए अभिभावक विद्यालय आते हैं, जबकि उन्हें बालक के सर्वांगीण विकास की बात करने के लिए अभिभावक शिक्षक मीटिंग में आने के लिए तैयार करना होगा ।उन्होंने कहा कि शिक्षा क्षेत्र भी व्यावसायिक व्यावसायिक रूप में उभर रहा है जिससे आम अभिभावक अपने बालकों का प्रवेश इच्छित विद्यालय में नहीं करा पाते हैं। विद्यालयों में सेवा और श्रम साधना का अभ्यास भी विद्यार्थियों को कराया जाना चाहिए। इसका प्राय: अभाव देखा जाता है,जिससे बालकों में सेवा और श्रम साधना की कमी देखी जाती है। आगे चलकर ऐसे बालक हीन भावना से ग्रसित हो जाते हैं। यह भी शिक्षा क्षेत्र की बड़ी चुनौती है। यह भी देखा गया है कि पाठ्यक्रम बनाने वाले अलग होते हैं, पुस्तक लिखने वाले अलग और प्रश्न पत्र निर्माण करने वाले और कोई होते हैं तथा वही मूल्यांकन करने वाले अलग शिक्षक होते हैं , जिससे मूल्यांकन में ₹1 का अभाव भी शिक्षा क्षेत्र की बड़ी चुनौती है इन सबको दूर करने में शिक्षकों को अपनी महत्वपूर्ण भूमि निभाने के लिए आगे आना होगा। सत्र का शुभारंभ मां भारती व मां सरस्वती के समक्ष दीप प्रज्वलित कर किया गया। आए हुए अतिथियों का सम्मान किया गया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि विद्या मंदिर के पूर्व छात्र विकास गुप्ता ने कहा कि विद्या भारती शिक्षा के क्षेत्र में आने वाली चुनौतियां एवं उनके समाधान के लिए तत्पर है। उन्होंने सभी प्रशिक्षणार्थियों का आह्वान किया कि विद्या मंदिर की योजना के अनुरूप कार्य करते हुए भारत का मान ऊंचा करने के लिए सभी को प्रयत्न करने होंगे। सत्र का समापन राष्ट्रगान के साथ किया गया।
इस अवसर पर विद्या भारती दौसा के जिला सचिव कमलेश गौतम जिला संस्कार केंद्र प्रमुख अलवर लालाराम यादव, मीडिया प्रभारी राजेश शर्मा ,प्रधानाचार्य दिलीप कुमार सैनी ,धर्मेंद्र सक्सेना सहित समिति कार्यकर्ता उपस्थित रहे।
रिपोर्टर- राजकुमार गुप्ता
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