अनिल अंबानी पर शिकंजा कसता जा रहा ED , SBI ने ठहराया ‘फ्रॉड’

मुंबई, 24 जुलाई – एक वक्त के बिज़नेस टाइकून रहे अनिल अंबानी एक बार फिर मुश्किलों में घिर गए हैं। आज प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने मुंबई में उनके कारोबारी साम्राज्य से जुड़े करीब 50 ठिकानों पर एक साथ छापेमारी की। ये कार्रवाई अचानक नहीं हुई — इसकी पटकथा कुछ ही दिन पहले भारतीय स्टेट बैंक (SBI) द्वारा लिखी गई थी, जब उसने रिलायंस कम्युनिकेशंस (RCom) को ‘फ्रॉड’ घोषित कर दिया था।
SBI का आरोप – 31,580 करोड़ का गड़बड़झाला
SBI का कहना है कि RCom ने बैंक से लिए गए 31,580 करोड़ रुपए के लोन का जमकर दुरुपयोग किया। इनमें से करीब 13,667 करोड़ रुपए तो दूसरी कंपनियों के कर्ज चुकाने में लगाए गए, जबकि 12,692 करोड़ रुपए रिलायंस ग्रुप की अन्य कंपनियों में ट्रांसफर कर दिए गए — जो सीधे तौर पर बैंकिंग नियमों का उल्लंघन है।
CBI की भी एंट्री संभव, दिवालियापन की कार्रवाई जारी
बैंक ने साफ कर दिया है कि वह जल्द ही इस मामले को CBI के पास शिकायत के रूप में भेजेगा। साथ ही, नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल (NCLT), मुंबई में अनिल अंबानी के खिलाफ पर्सनल इन्सॉल्वेंसी (दिवालियापन) की कार्यवाही भी जारी है।
ED की दबिश: सन्नाटा पसरा, जांच तेज
आज हुई ED की छापेमारी ने यह साफ कर दिया है कि अब मामला सिर्फ दस्तावेजों तक सीमित नहीं, बल्कि कानूनी कार्रवाई के गंभीर मोड़ पर है। मुंबई में अनिल अंबानी की कंपनियों और उनसे जुड़ी इकाइयों के लगभग 50 स्थानों पर ईडी की टीमें पहुंचीं, और दस्तावेज़ों के साथ डिजिटल डेटा भी जब्त किया जा रहा है।
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