निस्वार्थ भाव ही सच्ची भक्ति और श्रद्धां है-आचार्य गिरीश चन्द्र

औरैया :  दिबियापुर नगर हनुमान मंदिर मै भगवत कथा का आयोजन किया गया जिसमें अंतिम नवै दिन सुदामा जी की कथा का चरित्र वर्णन किया गया जिसमें भागवत कथा का सार श्रोताओं को सुनाया सुदामा जी भगवान के मित्र होते हुए भी कुछ भी नहीं माॅंगा और परीक्षित मोक्ष व सुखदेव भगवान का वर्णन भी किया। भागवत की पूर्ण समायोजन के बाद सभी नगर वासियों और क्षैत्रवासियौ का अपार सहयोग और स्नेह मिला गिरीश चन्द्र द्ववेदी जी ने आभार ब्यक्ति किया और सभी लोगों से शुक्रवार को प्रसाद ग्रहण करने को कहा।

रिपोर्टर : देवेन्द्र सिंह 

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