ध्रुव व सती चरित्र का प्रसंग सुन भावविभोर हुए श्रोता

अमानीगंज :  क्षेत्र के घटौली पूरे शिवहरिया गांव में आयोजित सप्त दिवसीय श्रीमद्भागवत कथा के तीसरे दिन कथावाचक श्रीराम प्रपन्नाचार्य महाराज ने श्रोताओं को ध्रुव व सती चरित्र की कथा का रसपान कराया। कथा व्यास श्रीराम प्रपन्नाचार्य ने कहा कि अगर ध्रुव पांच साल की उम्र में भगवान को पा सकतें हैं, तो हम क्यों पिछड़ रहे हैं, सच्चे मन से भगवान की भक्ति की जाए तो भगवान खुद अपने भक्तों से मिलने पहुंच जाते है। कहा कि भगवान शिव की अनुमति लिए बिना उमा अपने पिता दक्ष के यहां आयोजित यज्ञ में पहुंच गईं। यज्ञ में भगवान शिव को निमंत्रण नहीं दिए जाने से कुपित होकर सती ने यज्ञ कुंड में आहुति देकर शरीर त्याग दिया। इससे नाराज शिव के गणों ने राजा दक्ष का यज्ञ विध्वंस कर दिया। इसलिए जहां सम्मान न मिले वहां कदापि नही जाना चाहिए। कथा व्यास के भक्तिमय भजनों से श्रोता भावविभोर हो उठे। इस मौके पर मुख्य यजमान राम अचल तिवारी, मानवती तिवारी, शिव मनोरथ तिवारी,देवी प्रसाद तिवारी, रामकिशोर तिवारी,भवानी फेर मिश्र, रमा शंकर मिश्र, कमलेश पाठक,डॉ बृजेश पाठक, रंजीत तिवारी आदि ने कथा का रसपान किया।

रिपोर्टर : सुनील तिवारी

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