ज्येष्ठ के तीसरे मंगलवार को क्षेत्र में भंडारे और लंगर का आयोजन, श्रद्धालुओं में उत्साह

मिल्कीपुर : अयोध्या ज्येष्ठ मास के तीसरे मंगलवार को क्षेत्र में धार्मिक उत्साह और श्रद्धा का अद्भुत नजारा देखने को मिला। विभिन्न स्थानों पर भंडारे और लंगर का आयोजन किया गया, जिसमें हजारों श्रद्धालुओं ने हिस्सा लिया और प्रसाद ग्रहण किया। इस अवसर पर सामाजिक और धार्मिक एकता की मिसाल पेश की गई, जहां लोग सेवा और भक्ति में एकजुट नजर आए।अमेरिका में कृषि वैज्ञानिक के पद पर तैनात डॉ. हरी प्रताप सिंह मंगलवार सुबह अपने पैतृक गांव गोकुला पहुंचे। उन्होंने मां आदि शक्ति दुर्गा मंदिर में सुंदरकांड का पाठ आयोजित करवाया। इस दौरान भक्तों की भारी भीड़ उमड़ी, जिन्होंने भक्ति भाव से पाठ में हिस्सा लिया। पाठ के उपरांत डॉ. सिंह ने लंगर का आयोजन किया, जिसमें छोले-चावल का प्रसाद वितरित किया गया। श्रद्धालुओं ने इस आयोजन की सराहना करते हुए इसे भक्ति और सेवा का अनूठा संगम बताया। उन्होंने कहा कि जल्दी से आने का मौका नहीं मिलता लेकिन अपनों के बीच अच्छा लग रहा है। इसी क्रम में पूरब गांव में राजू जायसवाल ने भी लंगर का आयोजन किया। उनके द्वारा आयोजित भंडारे में स्थानीय लोगों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। स्वादिष्ट प्रसाद और सामुदायिक एकता ने इस आयोजन को और भी खास बना दिया। खण्डासा मोड़ पर समाजसेवी राजन पाण्डेय के पुत्र और जिला पंचायत सदस्य अंकित पाण्डेय ने गर्मी के मौसम को देखते हुए शीतल जल और शरबत का लंगर लगाया। इस सेवा कार्य में आने-जाने वाले राहगीरों और श्रद्धालुओं ने ठंडे पेय का आनंद लिया और आयोजकों के प्रति आभार व्यक्त किया। अंकित पाण्डेय ने कहा कि यह सेवा कार्य उनके लिए समाज के प्रति कर्तव्य का एक हिस्सा है। क्षेत्र के बसापुर, कुमारगंज, बंवा मोड़, हनुमानगढ़ी, खण्डासा, अमानीगंज, रामनगर, और अमरगंज जैसे विभिन्न स्थानों पर भी भारी संख्या में लोगों ने भंडारे और लंगर का आयोजन किया। इन आयोजनों में स्थानीय लोग और श्रद्धालु शामिल हुए, जिन्होंने प्रसाद ग्रहण कर धार्मिक उत्साह का हिस्सा बने। हर तरफ भक्ति और सेवा का माहौल देखने को मिला, जहां लोग एक-दूसरे के साथ मिलकर इस पवित्र अवसर को उत्सव के रूप में मनाते दिखे। ज्येष्ठ मास के तीसरे मंगलवार को आयोजित इन भंडारों और लंगरों ने न केवल धार्मिक महत्व को दर्शाया, बल्कि सामाजिक एकता और परस्पर सहयोग की भावना को भी मजबूत किया। स्थानीय लोगों का कहना है कि इस तरह के आयोजन समाज में आपसी भाईचारे को बढ़ाने का काम करते हैं।
रिपोर्टर : सुनील तिवारी
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