सड़क दुर्घटना ने छीना परिवार का सहारा, समाजसेवी राजन पाण्डेय बने अनाथ बच्चियों का आसरा

मिल्कीपुर : बीकापुर के रघुपुर महावा गांव में एक हृदयविदारक घटना ने पूरे क्षेत्र को झकझोर दिया। गांव के निवासी लक्ष्मीकांत मिश्रा की एक सड़क दुर्घटना में असमय मृत्यु हो गई। इससे पहले कोरोना काल में उनकी पत्नी का भी निधन हो चुका था। इस दुखद घटना ने उनकी पांच बेटियों को अनाथ कर दिया, जिससे परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा।

खबर मिलते ही क्षेत्र के जाने-माने समाजसेवी राजन पाण्डेय ने मानवता की मिसाल पेश की। वे तत्काल परिवार की सहायता के लिए रघुपुर महावा पहुंचे और बच्चियों के लिए तत्काल राहत सामग्री उपलब्ध कराई। पाण्डेय ने पांचों बेटियों के लिए चारपाई, गद्दे, दरी, चादर और कंबल के 5-5 सेट प्रदान किए। इसके अतिरिक्त, उन्होंने लगभग तीन महीने का राशन, जिसमें दाल, चावल, आटा, सब्जी, रिफाइंड तेल और अन्य आवश्यक सामग्री शामिल थी, परिवार को सौंपा। बच्चियों के लिए कपड़ों की व्यवस्था भी की गई।
राजन पाण्डेय ने बच्चियों को आश्वस्त किया कि वे उन्हें अपनी संतान की तरह पालेंगे और उनके हर सुख-दुख में साथ रहेंगे। उनकी इस संवेदनशील पहल ने न केवल बच्चियों को नया सहारा दिया, बल्कि पूरे गांव में एक सकारात्मक संदेश भी फैलाया। पाण्डेय ने कहा, "ये बच्चियां अब मेरी जिम्मेदारी हैं। मैं जीवन के अंतिम क्षण तक ऐसे जरूरतमंद परिवारों की मदद करता रहूंगा।
राजन पाण्डेय ने जिले के सभी राजनीतिक दलों के नेताओं, जिला पंचायत सदस्यों और समाज के सक्षम लोगों से अपील की कि वे भी ऐसे बेसहारा बच्चों की मदद के लिए आगे आएं। उन्होंने कहा, "यह हमारा सामाजिक दायित्व है कि हम अपने आसपास के जरूरतमंद लोगों का सहारा बनें। एक छोटा सा प्रयास किसी के जीवन में बड़ा बदलाव ला सकता है।
इस सहायता कार्यक्रम में बब्बन उपाध्याय, अनिल मिश्रा, मोंटी शुक्ला, सोनू तिवारी, शिवा शंकर तिवारी, अंकित पांडेय, जिला पंचायत सदस्य सुरेंद्र शुक्ला, बब्बू पांडेय, राहुल राव, करण राव सहित सैकड़ों ग्रामवासी उपस्थित रहे।

रिपोर्टर : सुनील तिवारी

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