रेबीज से बचाव के लिए समय पर टीकाकरण जरूरी

अयोध्या : विश्व रेबीज दिवस के उपलक्ष्य में जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन ,आचार्य नरेंद्र देव कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय के पशु लोक स्वास्थ्य विभाग व परिसर चिकित्सालय द्वारा विश्व रेबीज दिवस के उपलक्ष्य में जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया। कुलपति डा. बिजेंद्र सिंह के दिशा-निर्देशन में यह कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस मौके पर जोरियम, पिठला व खंडासा आदि गांवों के ग्रामीणों ने पहुंचकर रेबीज से बचाव की जानकारी ली। विभागाध्यक्ष डा. नमिता जोशी ने कहा कि रेबीज एक जानलेवा बीमारी है जो रेबीज वायरस के कारण होती है। यह वायरस आमतौर पर संक्रमित जानवरों के काटने या चाटने से फैलता है। उन्होंने कहा कि रेबीज एक जानलेवा बीमारी है, लेकिन इसका इलाज संभव है। रेबीज से बचाव के लिए शीघ्र आसपास के चिकित्सकों की सलाह लेनी चाहिए। रेबीज से बचाव के लिए पालतू जानवरों का टीकाकरण, जंगली जानवरों से दूरी, और काटने या चाटने पर तुरंत चिकित्सा लेना महत्वपूर्ण है। डा. नमिता जोशी ने बताया कि अगर किसी भी व्यक्ति को सांप काटता है तो झाड़फूंक के चक्कर में नहीं पड़ें और शीघ्र पास के अस्पताल में पहुंकर चिकित्सकों की सलाह लें। उन्होंने बताया कि सांप के काटने पर घरेलू उपचार के चक्कर में नहीं पड़ना चाहिए नहीं तो इंसान की मृत्यु भी हो सकती है। वहीं दूसरी तरफ जोरियम गांव में परिधान एवं वस्त्र विज्ञान विभाग द्वारा बच्चों के स्वास्थय की सुरक्षा हेतु टीकाकरण के बारे में ग्रामीणों को जागरूक किय गया। डा. विभा परिहार और मनप्रीत ने बच्चों में टीकाकरण के बारे में विस्तार से जानकारी दी और उन्हें सही समय पर बच्चों को टीकाकरण के लिए प्रेरित किया गया। यह कार्यक्रम अधिष्ठाता डा. साधना सिंह के संयोजन में आयोजित किया गया। इस मौके पर आसपास के गांवों की लगभग 100 गामीण महिलाएं एवं बालिकाएं मौजूद रहीं।
रिपोर्टर : राहुल पांडेय
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