अयोध्या दीपोत्सव 2025: पहली बार यात्रा करने वालों के लिए बजट, होटल और जरूरी टिप्स

अयोध्या दीपोत्सव 2025 का अनुभव: पहली बार जाने वालों के लिए गाइड
दिवाली पूरे भारत में धूमधाम से मनाई जाती है, लेकिन अयोध्या की दिवाली का अनुभव बिल्कुल अलग और अनोखा होता है। हर गली, हर मंदिर और हर घाट भगवान श्रीराम की घर वापसी की कहानी बयां करता है। कहते हैं कि जब भगवान राम ने 14 साल का वनवास पूरा कर अयोध्या लौटे थे, तो पूरे शहर ने दीप जलाकर उनका स्वागत किया था। यही परंपरा आज दीपोत्सव के रूप में मनाई जाती है, जिसमें लाखों दीयों, रंग-बिरंगे सांस्कृतिक कार्यक्रम और भक्ति भाव का अनूठा संगम देखने को मिलता है।
अगर आप 2025 की दिवाली को यादगार बनाना चाहते हैं, तो अयोध्या यात्रा एक बेहतरीन विकल्प है।
दीपोत्सव 2025 की तारीख और सही समय
दिवाली 2025 में 20 अक्टूबर को है, लेकिन अयोध्या में दीपोत्सव इससे कुछ दिन पहले शुरू हो जाता है। मुख्य कार्यक्रम दिवाली से 2-3 दिन पहले और कई बार दिवाली के बाद तक चलते हैं। पहली बार अयोध्या यात्रा कर रहे पर्यटकों के लिए 18 से 21 अक्टूबर तक रहना सबसे उपयुक्त रहेगा। इससे आप दीपदान, रामलीला, सांस्कृतिक कार्यक्रम और शाम की आरती का पूरा आनंद ले पाएंगे।
अयोध्या में दिवाली के समय घूमने के बेहतरीन स्थल
राम मंदिर और राम की पैड़ी: अयोध्या का प्रमुख आकर्षण राम मंदिर है। मंदिर के पास स्थित राम की पैड़ी दिवाली के समय लाखों दीयों की रोशनी से जगमगाता है।
हनुमानगढ़ी मंदिर: ऊंची पहाड़ी पर स्थित यह मंदिर अयोध्या के मनोरम दृश्य प्रस्तुत करता है।
कनक भवन: भगवान राम और सीता को समर्पित यह मंदिर शांतिपूर्ण माहौल और सुंदर सजावट के लिए जाना जाता है। दिवाली की रात यहां भजन और आरती होती है।
सरयू घाट और नया घाट: सरयू नदी के किनारे तैरते दीप और आरती का दृश्य जीवन भर याद रहता है। नया घाट पर खास कार्यक्रम आयोजित होते हैं।
नागेश्वरनाथ मंदिर: भगवान शिव का यह प्राचीन मंदिर दिवाली की रोशनी में शांति और भक्ति का अद्भुत संगम दिखाता है।
अयोध्या की दिवाली में क्या खाएं?
अयोध्या की दिवाली सिर्फ देखने का ही नहीं, खाने का भी त्योहार है। गलियों में मिठाइयों और नमकीन की खुशबू हर जगह महसूस होती है। यहां जरूर ट्राई करें:
मिठाइयां: गुजिया, बेसन के लड्डू, मालपुआ, जलेबी
नमकीन और स्ट्रीट फूड: खस्ता कचौड़ी, समोसे, चाट, पकौड़ी
पेय पदार्थ: ठंडाई, दूध से बने पेय, लस्सी
अयोध्या में रहने के विकल्प
दिवाली के समय अयोध्या में भारी भीड़ होती है, इसलिए होटल पहले से बुक करना जरूरी है।
होटल और गेस्ट हाउस: राम मंदिर के पास ठहरने से मंदिर और घाटों तक आसानी से पहुंचा जा सकता है।
धर्मशालाएं और होमस्टे: बजट में ठहरने और स्थानीय संस्कृति से जुड़ने का अच्छा अवसर।
यातायात:
हवाई मार्ग: देश के कई शहरों से सीधे महर्षि वाल्मीकि अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट अयोध्या के लिए फ्लाइट उपलब्ध हैं।
रेल मार्ग: अयोध्या जंक्शन और अयोध्या कैंट तक लखनऊ, वाराणसी और गोरखपुर से ट्रेन कनेक्टिविटी अच्छी है। दिवाली के समय टिकट पहले से बुक करना महत्वपूर्ण है।
अयोध्या दीपोत्सव 2025 अपने भव्य दीपदान, सांस्कृतिक कार्यक्रम और भक्ति भाव के लिए एक अनोखा अनुभव है। पहली बार यात्रा करने वाले पर्यटकों के लिए सही समय, बजट और होटल चुनना महत्वपूर्ण है, ताकि यह दिवाली उनके लिए यादगार बन सके।
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