अयोध्या रेपकांड में आरोपियों का कबूलनामा...परिवार से खुन्नस के चलते की हत्या।

Adarsh kanoujia

अयोध्या दलित युवती रेप कांड में पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी है। घटना को अंजाम देने वाले तीनो आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। एसएसपी राज किरण नैय्यर ने हत्याकांड का खुलासा कर बताया-हरी राम कोरी, विजय साहू व दिग्विजय सिंह को गिरफ्तार किया गया है। आरोपियों ने बताया कि उन्होंने युवती की हत्या नशे मे की थी। हत्या गांव में स्थित एक स्कूल में की थी जिसके बाद शव को सूखी नहर में फेंक दिया था। पुलिस तीनों आरोपियों को रिमांड पर लेगी।

सूत्रों के अनुसार, वारदात का मुख्य आरोपि दिग्विजय सिंह एक निजी आई टी आई कॉलेज का चौकीदार है। उसका युवती के घर आना जाना था। युवती के भाई ने उसे घर आने से रोका था जिसके बाद दिग्विजय परिवार से खुन्नस रखता था। गुरूवार को दिग्विजय ने अपने दो साथियों के साथ शराब पी थी युवती को भगवत कथा से लौटता देख उसे दबोच लिया फिर खेत खलियान के रास्ते उसे घटनास्थल पर ले गया। वही तीनों ने युवती से जमकर मारपीट की और दुष्कर्म का प्रयास किया असफल हुए तो उसे मारते-मारते मरणासन तक पहुंचा दिया फिर आई टी आई कॉलेज के बाथरूम में करीब छे घंटे तक उसे बंद कर दिया। इसके बाद घटना को दूसरा रूप देने के लेए युवती को नहर तक ले गए और रस्सी से हाथ-पैर बांध दिए। इस  दौरान उसे काफी दूर तक घसीटा गया, जिससे उसके पूरे शरीर पर गहरे जख्म बन गए।

क्या था पूरा मामला-

घटना अयोध्या के एक गांव का है जहां एक दलित युवती(22) गुरूवार को की रात 10 बजे घर वालों से भगवत कथा सुनने की बात कहकर निकली थी,जिसके बाद वो घर नही लौटी। अगले दिन सुबह से ही युवती को आसपास ढूंढना शुरू किया। कुछ अता पता न मिलने पर परिजनों ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी।

शनिवार को युवती  की न्यूड लाश गांव के पास सूखी नहर में मिली। उसकी दोनों आंखो पर चोट थी जैसे नोची गई हो। हाथ-पैर बंधे हुए थे।  मौके पर युवती की बड़ी बहन और गांव की कुछ महिलाएं पहुंची मंजर देख युवती की बहन और दो महिलाएं बेहोश हो गई। जिन लोगों ने शव को कपड़े में लपेटकर उठाया उन्होंने बताया कि युवती का पैर भी टूटी हुआ था।

युवती की बहन ने बताया की वह चार बहने थी जिसकी हत्या हुई वो तीसरे नंबर की थी। लाश को सबसे पहले मेरे पति ने देखा था, उन्होंने फोन कर जानकारी दी। बहन ने आगे बताया कि उसके बाल नुचे हुए थे। पूरे शरीर पर ब्लेड से घाव दिए गए थे। शरीर खून से लथपथ था। हमारी मांग है कि आरोपियों को फांसी की सजा मिले।

घटना की सूचना मिलने के बाद अयोध्या सांसद अवधेश प्रसाद पीड़ित परिवार से मिलने पहुंचे। परिजनों से पूरा घटनाक्रम समझा और सांत्वना दी। इसके बाद मिल्कीपुर से आजाद समाज पार्टी के प्रत्याशी संतोष कुमार भी परिवार से मिले और हर संभव मदद देने का भरोसा जताया। 

फूट-फूट कर रोऐं थे सांसद अवधेश प्रसाद-

इस मामले को लेकर सपा सांसद अवधेश प्रसाद ने प्रेस कांनफ्रेंस की थी। मीडिया से बात करने के दौरान वो फफक-फफक कर रोते हुए कहने लगे कि कहां है भगवान राम, कहां है माता सीता। अगर न्याय न मिला तो इस्तीफा दे दू्ंगा। लोग क्या कहेंगे..इतिहास क्या कहेगा।  यह मुद्दा मैं लोकसभा में पीएम मोदी के सामने रखूंगा। आसपास बैठे नेता उन्हें संभालते दिखे और कह रहै थे कि आपने हमेशा न्याय की लड़ाई लड़ी है। ये मुद्दा देश का सबसे बड़ा मुद्दा बनेगा।

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