कम ज़मीन, ज़्यादा मुनाफा: शुरू करें बेबी कॉर्न की खेती आज ही!

"बेबी कॉर्न की खेती" कम समय में मुनाफा देने वाली फसल मानी जाती है और इसकी डिमांड होटल्स, रेस्टोरेंट्स और प्रोसेसिंग यूनिट्स में लगातार बढ़ रही है। हम आपको बेबी कॉर्न की खेती से जुड़ी पूरी जानकारी देंगे...
 
बेबी कॉर्न की खेती: पूरी जानकारी
 
1. बेबी कॉर्न क्या है?
 
बेबी कॉर्न (Baby Corn) मक्का (Maize) की ऐसी भुट्टी होती है जिसे बहुत जल्दी (जन्म के 2–3 दिन के अंदर) तोड़ लिया जाता है, जब उसमें दाना नहीं बनता। यह नरम, मीठा और सुपाच्य होता है।
 
2. जलवायु और भूमि की आवश्यकता
 
जलवायु: गर्म और नम वातावरण। 25–35°C तापमान सर्वोत्तम।
भूमि: दोमट मिट्टी सबसे अच्छी। pH – 5.5 से 7.5 के बीच।
नमी: खेत में जल निकासी अच्छी होनी चाहिए, पानी नहीं ठहरना चाहिए।
 
3. बोआई का समय
 
खरीफ मौसम: जून–जुलाई
रबी मौसम: अक्टूबर–नवंबर
गर्मी की फसल: फरवरी–मार्च
 
4. बीज की मात्रा और दूरी
 
बीज मात्रा: 8–10 किलो प्रति एकड़
बोआई विधि: कतारों में – पंक्ति से पंक्ति की दूरी 45 सेमी और पौधे से पौधे की दूरी 20 सेमी रखें।
 
5. सिंचाई प्रबंधन
 
पहली सिंचाई बोआई के तुरंत बाद करें।
बाद में हर 7–10 दिन में सिंचाई करें।
गर्मियों में सिंचाई की आवश्यकता अधिक होगी।
 
6. उर्वरक (खाद) प्रबंधन
 
उर्वरक मात्रा (प्रति एकड़)
नाइट्रोजन (N) 60–80 किग्रा
फास्फोरस (P) 30–40 किग्रा
पोटाश (K) 20–30 किग्रा
 
7. रोग व कीट नियंत्रण
 
तना भेदक कीट: नीम ऑयल स्प्रे या ट्राइकोग्रामा कार्ड लगाएं।
पत्ती लपेटक कीट: जैविक कीटनाशकों का प्रयोग करें।
फफूंदी/रस्ट: ट्राइकोडर्मा या सल्फर डस्ट का छिड़काव।
 
8. कटाई और उपज
 
कटाई: मादा फूल आने के 1–2 दिन के अंदर भुट्टा तोड़ें।
उपज: एक एकड़ में 10,000–15,000 बेबी कॉर्न भुट्टियाँ मिल सकती हैं।
अवधि: फसल 60–70 दिन में तैयार हो जाती है।
 
बेबी कॉर्न एक कम समय में तैयार होने वाली, हाई डिमांड वाली फसल है। यदि आप कम भूमि में अधिक लाभ कमाना चाहते हैं, तो इसकी खेती एक बेहतरीन विकल्प हो सकती है — खासकर जब आप मार्केटिंग की योजना सही बनाएं।

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