क्या आप जानते है ' गुलाबी झील ' का रहस्य ?

दुनिया में इतनी दिलचस्प जगह हैं, जहां घूमने के लिए शायद पूरी जिंदगी भी कम पड़ जाए. हम आपको ऐसी ही दिलचस्प चीज के बारे में बताने जा रहे हैं. कहते हैं पानी का कोई रंग नहीं होता, लेकिन एक झील ऐसी भी है जिसका पानी गुलाबी रंग का है. ये झील दुनिया भर में अपने गुलाबी रंग की वजह से जानी जाती है. इसी वजह से इसे ‘पिंक लेक’ भी कहा जाता है. हिलर या सलाइन लेक के नाम से जानी जाने वाली इस झील को दुनिया की सबसे छोटी झील माना जाता है लेकिन क्या आप जानते हैं कि इस झील का पानी गुलाबी क्यों है. आज हम आपको बताएँगे इसके पीछे का क्या कारण है.

ऑस्ट्रेलिया में  हिलर या सलाइन लेक के नाम से मशहूर यह झील. इस झील में डुबकी लगाने और इसको देखने केलिए टूरिस्टों की भाड़ लगी रहती है.गुलाबी रंग की इस छोटी-सी झील को लोग देखने के लिए हजारों की तादाद में लोग आते हैं. ये झील पर्यटकों के आर्कषण का मुख्य केंद्र बिंदु बनी हुई है. इसकी अजीबो गरीब खासियत के कारण जो भी व्यक्ति ऑस्ट्रेलिया आता है वह इस  झील को तो जरूर देखता है. आइये जानते है इसका गुलाबी पानी होने के पीछे क्या कारण है.


आखिर क्यों गुलाबी है इस झील का पानी...

बाकि झीलों के पानी का रंग नीला होता है लेकिन इस झील के पानी का रंग गुलाबी है जिसके चलते इसका नाम पिंक लेक रखा गया है. दरअसल इस झील में नमक की मात्रा बहुत ज्यादा है. ऐसे मे झील पर जैसे - जैसे सूरज की किरणें पड़ती है वैसे - वैसे इस झील  का रंग बदलता रहता है. वैसे देखा जाए तो इस झील का आकार काफी बड़ा भी नहीं है पर कही न कही यह आस्ट्रेलिया आए लोगों को अपनी ओर आकर्षित जरूर करती है. आपको बात दे की इस झील के चारों तरफ यूकेलिप्टिस और पेपरबार्क के पेड़ है जो इस झील को और खूबसूरत बनाते है.

किसने खोजी पिंक हिलियर लेक?  

दुनिया की हर अद्भुत चीज की खोज किसी न किसी ने की है. इसी तरह इस झील को भी 15 जनवरी 1802 में मैथ्यू फील्डर्स नामक वैज्ञानिक ने खोजा था. जिसके बाद ये झील चर्चा में आयी थी. धीरे-धीरे यह झील दुनिया भर के पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करने लगी और आज कई पर्यटक इस झील को देखने के लिए इस जगह पर आते है. इस झील का क्षेत्रफल केवल 600 मीटर यानी 2000 फ़ीट का है इसी के साथ बता दें कि इस झील तक पहुंचने के लिए कठिन रास्ता होने के बावजूद लोग इसकी ख़ूबसूरती देखने के लिए यहाँ पहुंचते है

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