बिजली कर्मियों की हुंकार, गरजी प्रतिरोध सभा
बलिया : ऊर्जा क्षेत्र के निजीकरण के खिलाफ बिजली कर्मचारियों ने बलिया में जोरदार विरोध प्रदर्शन किया।हाईडिल कॉलोनी स्थित अधीक्षण अभियंता कार्यालय पर प्रतिरोध सभा में कर्मचारियों ने "सस्ती बिजली दो, मजदूरों को न्याय दो" के नारे लगाए।
संयुक्त संघर्ष समिति के नेतृत्व में जूनियर इंजीनियर और तकनीकी संगठन ने सभा का आयोजन किया।पूर्वांचल व दक्षिणांचल डिस्कॉम के निजीकरण को जनविरोधी बताते हुए इसे वापस लेने की मांग उठी। वक्ताओं ने कहा कि पावर कॉरपोरेशन घाटे का झूठा हवाला देकर सरकारी संसाधनों को बेचना चाहता है।उन्होंने आरोप लगाया कि यह कदम गरीबों, किसानों और बुनकरों के खिलाफ है। कर्मचारियों ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से निजीकरण रोकने में हस्तक्षेप की मांग की।
"बिजली का मजदूर डरता नहीं, न्याय के लिए हर कुर्बानी देने को तैयार है"सभा में गूंजा।
आंदोलन को गांधीवादी और लोकतांत्रिक बताया गया, दमन के विरोध में संवैधानिक लड़ाई की चेतावनी दी गई।
सभा को आशुतोष पांडेय, हिमालय चौहान, तारकेश्वर यादव सहित कई नेताओं ने संबोधित किया। प्रवीण यादव, शुभम मौर्य, अनिल राम, विनोद भारद्वाज जैसे दर्जनों कर्मचारी जुटे। अध्यक्षता सहदेव चौबे और संचालन रामबाबू राय ने किया।
कार्यक्रम में सरकार के प्रति आक्रोश और संघर्ष का संकल्प साफ दिखा।बिजली कर्मचारियों ने आंदोलन को पूरे प्रदेश में फैलाने की चेतावनी दी।सभा शांतिपूर्ण रही, मगर ऊर्जा विभाग में खलबली मचा गई।
रिपोर्टर : राजू गुप्ता

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