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पुस्तक लेखन हेतु लेखकों का हुआ सम्मान

बालोद : ग्राम भिलाई चीचा के निषाद समाज के भव्य समारोह में डॉ.परदेशी राम वर्मा द्वारा सम्पादित पुस्तक शहीद दुर्वाशा लाल निषाद एवम् हमारा बालोद जिला का विमोचन बहुत गरिमामय समारोह में सम्पन्न हुआ। इस पुस्तक में  बालोद जिले के पुरातात्विक महत्व के स्थानों बालोद जिले का नाम गौरवान्वित करने वाले विभूतियों आध्यात्मिक पौराणिक महत्व के देवस्थल पर महत्वपूर्ण लेख आठ साहित्यकारों द्वारा लिखित है जिनमें मुनी लाल निषाद, बद्री प्रसाद पारकर, शिवकुमार गायकवाड़, डॉ.अशोक आकाश, डॉ.शिरोमणी माथुर, स्मिता वर्मा एवं स्वयं डॉ.परदेशी राम वर्मा द्वारा लिखित है, उक्त पुस्तक में बालोद जिले के ऐतिहासिक स्थलों के रखरखाव एवं यथोचित संरक्षण की दिशा में कार्य के लिये जन जागरुकता का उद्देश्य समाहित है। पुस्तक लेखन हेतु सभी साहित्यकारों को सम्मानित किया गया। उक्त पुस्तक में बालोद जिला को गौरवान्वित करने वाली देव स्थली किल्लेवाली मंदिर, ऐतिहासिक कुकुर देव, प्रसिद्ध पर्यटन स्थल ओना कोना,सुप्रसिद्ध स्वतन्त्रता संग्राम सेनानी कंगला मॉंझी, सॉंस्कृतिक व्यक्तित्व रामचन्द्र देशमुख, बालोद जिले के प्रथम कलेक्टर भीषण लाल ठाकुर की जीवन गाथा, संघर्षशील पत्रकार अरमान खान अश्क, सुप्रसिद्ध शिक्षाविद् स्व. अमृत दास दास की जीवनी, बालोद जिले का सांस्कृतिक इतिहास, मॉं भगवती गंगामैया का प्रादुर्भाव एवं तान्दुला, आजादी के सत्तर साल के इतिहास में केंवट समाज के प्रथम विधायक कुँवर सिंह निषाद के जीवन पर केन्द्रित विशिष्ट लेख लेखक डॉ.अशोक आकाश द्वारा लिखित है, इसके अतिरिक्त डॉ.शिरोमणि माथुर द्वारा लौह नगरी दल्लीराजहरा पर लेख, शिवकुमार गायकवाड़ द्वारा कारगिल युध्द के अमर शहीद दुर्वाशा लाल निषाद की शहादत गाथा, कंगला मॉंझी धाम बघमार की सॉंस्कृतिक यात्रा का लेखन किया गया है। उक्त समारोह में पुस्तक के सभी लेखक मुनी लाल निषाद, बद्रीप्रसाद पारकर, डॉ.अशोक आकाश, स्मिता वर्मा,शिवकुमार गायकवाड़ एवं सम्पादक डॉ. परदेशी राम वर्मा जी को सम्मानित किया गया था। पुस्तक के सभी लेखों में आज की युवा पीढ़ी को राष्ट्र भक्ति का संदेश सम्प्रेषित किया गया है।

रिपोर्टर : रमेश कुमार चेलक

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