लोकप्रिय नेता ने कहा कि छत्तीसगढ़ में युवाओं का बढ़ता नशा चिंता का विषय

बालोद : गुंडरदही आम आदमी पार्टी के राजनेता गद्दावर विधायक प्रत्याशी जसवंत सिंह जनता के लोकप्रिय नेता ने कहा कि छत्तीसगढ़ में युवाओं का बढ़ता नशा चिंता का विषय
शराब की बढ़ती दुकानों गाजे की बिक्री, ड्रग्स, ब्राउन शुगर, चरस, हफिंग, भांग, डोडा, जैसे मादक पदार्थ के मिलने से युवाओं में नशाखोरी बढ़ती जा रही है
युवाओं में नशे की प्रवृत्ति एक गंभीर सामाजिक समस्या है, जो न केवल व्यक्तिगत जीवन को, बल्कि पूरे समाज को प्रभावित करती है। यह एक ऐसी लत है जो युवाओं को शारीरिक, मानसिक और सामाजिक रूप से कमजोर बनाती है, और उनके भविष्य को खतरे में डालती है। 
नशे की लत के कारण: सामाजिक और सांस्कृतिक प्रभाव: पश्चिमी संस्कृति का प्रभाव, भौतिकतावाद, और संयुक्त परिवार का विघटन युवाओं में नशे की लत के प्रमुख कारण हैं। 
मानसिक स्वास्थ्य समस्याएं: अवसाद, चिंता, और तनाव जैसी मानसिक स्वास्थ्य समस्याएं भी युवाओं को नशे की ओर धकेल सकती हैं। 
गलत संगति: दोस्तों का दबाव और गलत संगति भी युवाओं को नशे की लत का शिकार बना सकती है। 
जागरूकता की कमी: नशे के दुष्प्रभावों के बारे में जागरूकता की कमी भी एक महत्वपूर्ण कारक है। 
आर्थिक समस्याएँ: बेरोजगारी और गरीबी भी युवाओं को नशे की ओर ले जा सकती है। 
नशे की लत के प्रभाव:
शारीरिक स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव: नशा हृदय रोग, यकृत रोग, फेफड़ों की बीमारी और कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों का कारण बन सकता है। 
मानसिक स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव: नशा अवसाद, चिंता, और आत्महत्या जैसे मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं को जन्म दे सकता है। 
सामाजिक जीवन पर नकारात्मक प्रभाव: नशा पारिवारिक कलह, सामाजिक अलगाव, और अपराध जैसी समस्याओं को जन्म दे सकता है। 

शैक्षणिक और व्यावसायिक जीवन पर नकारात्मक प्रभाव: नशा पढ़ाई और काम पर ध्यान केंद्रित करने में बाधा उत्पन्न करता है, जिससे शैक्षणिक और व्यावसायिक जीवन प्रभावित होता है। 
आर्थिक प्रभाव: नशा व्यक्ति और उसके परिवार को आर्थिक रूप से भी कमजोर बनाता है। 
नशे की लत से बचने के उपाय:
जागरूकता अभियान: नशे के दुष्प्रभावों के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए अभियान चलाना चाहिए। 
सकारात्मक मार्गदर्शन

रिपोर्टर : रोमेद्र कुमार सोनवानी
 

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