बालूमाथ थाना चौक पर वर्षों से खराब पड़ा है हाईमास्ट लाइट, शाम होते ही अंधेरे में डूब जाता है घनी आबादी क्षेत्र

बालूमाथ : बालूमाथ थाना चौक हाईमास्ट लाइट के खराब हो जाने से पिछले कई वर्षों से शाम होते ही अंधेरे की आगोश में समा जाता है. हालांकि कोयला खनन क्षेत्र के रूप में चर्चित और राजस्व में महत्वपूर्ण योगदान देने वाले इलाके में ऐसी बुनियादी सुविधा का अभाव गंभीर सवाल खड़े करता है। इन लाइटों की मरम्मत के लिए न तो बिजली विभाग की ओर से कोई पहल की गई और न ही प्रशासन की ओर से कोई गंभीरता दिखाई गई है। अंधेरे के कारण रोजमर्रा की गतिविधियों में परेशानियां होती हैं। खासकर महिलाओं, स्कूली बच्चों, और बुजुर्गों के लिए शाम के बाद बाहर निकलना असुरक्षित और मुश्किल हो जाता है। स्थानीय दुकानदारों और राहगीरों का कहना है कि अंधेरे का फायदा असामाजिक तत्व उठाते हैं। हाईमास्ट लाइट के चालू नहीं रहने से थाना चौक जैसा संवेदनशील क्षेत्र में भी असुरक्षा की भावना महसूस की जाती है। झारखंड मुक्ति मोर्चा के प्रखंड अध्यक्ष प्रदीप गंझू ने बालूमाथ थाना चौक में शाम होते ही अंधेरे की स्थिति को दुर्भाग्यपूर्ण बताया। उन्होंने कहा कि अत्यंत दुर्भाग्य की बात है कि इतने बड़े माइनिंग क्षेत्र होने के बावजूद बालूमाथ शहर अंधेरे में रहने को मजबूर है। प्रशासन की निष्क्रियता और विभागीय लापरवाही इसका बड़ा कारण है। यह जनता के साथ अन्याय है। उन्होंने प्रशासन से मांग की है कि जल्द से जल्द हाईमास्ट लाइटों की मरम्मत कराई जाए अन्यथा झामुमो चरणबद्ध आंदोलन करने को बाध्य होगी। स्थानीय पंचायत प्रतिनिधियों ने भी इस विषय में कई बार लिखित और मौखिक रूप से बिजली विभाग एवं प्रखंड प्रशासन को अवगत कराया है। लेकिन आज तक कोई ठोस पहल नहीं की गई। स्थानीय लोगों ने बालूमाथ थाना चौक और अन्य महत्वपूर्ण स्थानों की सभी लाइटों की शीघ्र मरम्मत कराने समेत लाइटों की नियमित देखरेख और समय-समय पर निरीक्षण करने, रात में सुरक्षा व्यवस्था मजबूत करने हेतु पुलिस गश्ती बढ़ाई जाने, कोल माइंस कंपनियों से सीएसआर फंड के तहत सहयोग लेकर बालूमाथ शहर को रोशन करने की मांग रखी है।
रिपोर्टर : मो० अरबाज
No Previous Comments found.