जंगली हाथी का कहर: बालूमाथ के टमटम टोला में तीन किसानों का घर और अनाज बर्बाद, मुखिया ने दिलाया मुआवजे का भरोसा

बालूमाथ : बालूमाथ प्रखंड अंतर्गत टमटम टोला में बीती रात जंगली हाथियों का आतंक देखने को मिला। रात करीब 2 बजे एक जंगली हाथी ने टोला में अचानक प्रवेश कर लिया, जिससे ग्रामीणों में हड़कंप मच गया। इस हमले में तीन किसानों – मणि भुइयां, छोटेलाल साव और लक्ष्मण साव – के घरों को काफी क्षति पहुंची है। हाथी ने घर में रखा अनाज भी रौंद डाला, जिससे किसानों को भारी आर्थिक नुकसान उठाना पड़ा है। ग्रामीणों के अनुसार, हाथी ने पहले मणि भुइयां के घर में घुसकर दीवारें तोड़ी और वहां रखे धान एवं चावल के बोरे नष्ट कर दिए। इसके बाद वह बगल के घरों में भी घुसा और छोटेलाल साव एवं लक्ष्मण साव के घरों को नुकसान पहुँचाया। हाथी की दहाड़ और तांडव से पूरा गांव भयभीत हो गया। किसी तरह ग्रामीणों ने शोर मचाकर हाथी को भगाने की कोशिश की, जिसमें घंटों का समय लग गया। सूचना मिलने के बाद बालूमाथ पंचायत के मुखिया नरेश लोहरा सुबह मौके पर पहुँचे और प्रभावित परिवारों से मुलाकात की। उन्होंने घटनास्थल का निरीक्षण करते हुए प्रशासन से शीघ्र मुआवजा दिलाने का भरोसा दिलाया। मुखिया ने कहा कि, "यह एक गंभीर मामला है। पीड़ित परिवारों को यथाशीघ्र सरकारी सहायता मिले इसके लिए हम प्रखंड प्रशासन और वन विभाग से समन्वय स्थापित कर रहे हैं।"
प्रभावित किसान क्या बोले?
मणि भुइयां ने बताया कि उन्होंने हाल ही में धान की फसल काटकर घर में भंडारित किया था, जिसे हाथी ने पूरी तरह नष्ट कर दिया। छोटेलाल साव और लक्ष्मण साव ने भी यही बताया कि उनके घरों की छत और दीवारें गिर गईं हैं, और महीनों की मेहनत पर पानी फिर गया।
वन विभाग पर उठे सवाल
ग्रामीणों ने वन विभाग पर लापरवाही का आरोप लगाया है। उनका कहना है कि जंगली हाथियों की गतिविधि इस क्षेत्र में नई नहीं है, फिर भी कोई ठोस उपाय नहीं किए गए हैं। न तो कोई अलर्ट जारी किया गया और न ही गांव के आस-पास निगरानी की व्यवस्था की गई।
रिपोर्टर : मो० अरबाज
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