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घटिया एलटी केबल कार्य पर ठेकेदार आया हरकत में, अब लगाया जा रहा उच्च गुणवत्ता वाला केबल

बालूमाथ : बालूमाथ प्रखंड मुख्यालय में हाल ही में बिछाए गए एलटी (लो टेंशन) केबल कार्य में गंभीर लापरवाही और घटिया सामग्री के उपयोग को लेकर सी न्यूज भारत की ओर से की गई खबर का बड़ा असर देखने को मिला है। जैसे ही इस मामले को प्रमुखता से प्रकाशित किया गया, ठेकेदार और संबंधित विभाग हरकत में आ गए। अब जहां पहले सबसे निम्न गुणवत्ता (लो ग्रेड) का केबल बिछाया गया था, वहीं अब 95 ग्रेड शुद्धता वाला उच्च गुणवत्ता का केबल लगाया जा रहा है।

घटिया केबल से हो रही थी बार-बार शॉर्ट सर्किट की घटनाएं 

बालूमाथ प्रखंड के मुख्य, बस स्टैंड और होटल रोज गार्डन के समीप कल यानी रविवार को एलटी केबल बार-बार शॉर्ट सर्किट होकर पोल से टूटकर गिर रहा था। इससे न केवल बिजली आपूर्ति बाधित हो रही थी, बल्कि आम लोगों की जान और माल को भी खतरा उत्पन्न हो गया था।
स्थानीय लोगों ने बताया था कि नया केबल लगाए चंद दिन भी नहीं बीते थे कि वह खुद-ब-खुद चिंगारी छोड़ते हुए पोल से गिर गया। मिस्त्री द्वारा उसे ठीक किया गया, लेकिन कुछ ही समय बाद वह दोबारा टूटकर गिर गया। इससे साफ जाहिर होता है कि इस कार्य में घटिया केबल का उपयोग किया गया था।

सी न्यूज भारत ने उठाई थी आवाज 

सी न्यूज भारत ने इस मुद्दे को गंभीरता से उठाया और घटिया एलटी केबल कार्य को लेकर जिम्मेदारों को कटघरे में खड़ा किया। खबर प्रकाशित होते ही जनप्रतिनिधियों और स्थानीय लोगों में आक्रोश और जागरूकता बढ़ी। ग्राउंड रिपोर्ट्स के जरिए मामले ने तेजी पकड़ी और ठेकेदार पर कार्रवाई का दबाव बढ़ा।

ठेकेदार पर बढ़ा दबाव, अब लगाया जा रहा 95 ग्रेड शुद्धता वाला केबल 

सी न्यूज भारत की खबर का असर ऐसा हुआ कि ठेकेदार को तत्काल हरकत में आना पड़ा। अब नए सिरे से केबल बिछाने का कार्य किया जा रहा है। इस बार 95 का शुद्धता वाला उच्च गुणवत्ता का केबल लगाया जा रहा है, जिसे पहली बार में ही लगाया जाना चाहिए था। जानकारों के अनुसार, जिस स्तर का यह विद्युत नेटवर्क है, उसमें कम से कम 95 ग्रेड वाले केबल का उपयोग अनिवार्य होता है। परंतु ठेकेदार की लापरवाही और विभागीय उदासीनता के कारण टाउन जैसे भीड़-भाड़ वाले और संवेदनशील क्षेत्र में सबसे निम्न गुणवत्ता वाला केबल बिछा दिया गया था।

जनता की सुरक्षा से खिलवाड़, अब होनी चाहिए जवाबदेही तय 

स्थानीय निवासियों का कहना है कि यह सिर्फ मरम्मत से जुड़ा मामला नहीं है, बल्कि यह सीधा-सीधा जन सुरक्षा और सरकारी संसाधनों के दुरुपयोग से जुड़ा मामला है।

एक दुकानदार ने कहा,
"अगर मीडिया इस मामले को नहीं उठाता, तो शायद हमें बार-बार शॉर्ट सर्किट और तार टूटने की समस्या झेलनी पड़ती रहती। हम सी न्यूज भारत का धन्यवाद देते हैं कि उन्होंने हमारी आवाज सरकार तक पहुंचाई।"

क्या कहता है तकनीकी मानक? 

विद्युत कार्यों में इस्तेमाल होने वाले एलटी केबल का ग्रेड IS (Indian Standard) के अंतर्गत तय किया गया होता है। टाउन क्षेत्रों में अधिक लोड और लगातार आपूर्ति के दबाव को देखते हुए उच्च ग्रेड (90% से ऊपर) के केबल लगाने की सिफारिश की जाती है। लेकिन इस मामले में नियमों की खुल्लमखुल्ला अवहेलना की गई।

जनता की मांग: 

ठेकेदार के खिलाफ विभागीय जांच बैठाई जाए। भविष्य में कार्य के पहले और बाद में तकनीकी गुणवत्ता की अनिवार्य जांच हो। बिजली विभाग की जवाबदेही तय हो और दोषियों को दंडित किया जाए। स्थानीय जनता को कार्य से पूर्व सूचना और पारदर्शिता दी जाए। यह घटना केवल बालूमाथ की नहीं, बल्कि उन तमाम क्षेत्रों की कहानी है जहां विभागीय लापरवाही और ठेकेदारों की मनमानी से जनता को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। सी न्यूज भारत की सशक्त पत्रकारिता और स्थानीय लोगों की जागरूकता ने मिलकर यह दिखा दिया कि यदि मीडिया अपनी जिम्मेदारी निभाए और जनता साथ दे, तो सिस्टम को जवाबदेह बनाया जा सकता है।

रिपोर्टर : मो० अरबाज 

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