चांदन प्रखंड में बिचौलिया तंत्र हावी है, जनप्रतिनिधि से लेकर ग्रामीण परेशान

बिहार : बांका जिले के चांदन अंचल में इन दिनों अफसरसाही बाबूओं के साथ-साथ, बिचौलिया तंत्र हावी है। पंचायत प्रतिनिधि से लेकर सरकारी दफ्तर के बाबूओं के पास जब तक उनके द्वारा चयनित बिचौलियों के माध्यम से आपका फाइल उनतक नहीं आती है। आपका कोई भी काम संभव नहीं है। ऐसा ग्रामीणों के पास कई प्रमाण के साथ प्रखंड के कई इंसान पीड़ित कहते हैं। और खास बात यह है कि चांदन अंचल में ऐसे लोगों की पहुंच इतनी ऊपर तक होती है कि इन पर कोई कार्रवाही नहीं हो पाती है। और इनका धंधा आराम से फलता फूलता है। सबसे पहले ब्लॉक के अंदर ब्लॉक अंचल की कर्मी अपने आवास से नजदीकी होने के कारण रेलवे की सुविधा को देखते हुए समय के पहले ब्लॉक छोड़ जाते हैं और खास बात यह है कि चांदन ब्लॉक अंचल के अंदर अधिकतर पदाधिकारी व कर्मचारी छुट्टी में रहते हैं। और अगर कुछ कर्मी हैं भी तो हद तब हो जाती है जब ये बाबू लोग चाय की दुकान में 4 से 5 दफा बिचौलियों के माध्यम से मिलते जुलते हैं। कई लोग अंचल का चक्कर काटते काटते थक चुके हैं। इस दरमियान अफसर शाही से मेल मिलाप होकर कुछ ले देकर बात बनी तो आपका काम हो जाएगा। अन्यथा आप पैरवी लेकर जा रहे हैं। कर्मचारी महाशय कह देंगे यह जमीन आपका बिहार से कर है।
राजेंद्र बरनवाल का कहना है कि मुझे इन्होंने 8 महीना से दौड़ा रहा है अंचल, कोर्ट से एफिडेविट करवाया, मेरी जमाबंदी ऑनलाइन चल रही है। लेकिन पैरवी के चलते मेरा काम नहीं हुआ। या उनके द्वारा चयनित लोगों से मैं संपर्क नहीं किया हूं।
प्रखंड क्षेत्र के मुखिया प्रतिनिधियों का भी आरोप है कि चांदन प्रखंड कार्यक्रम पदाधिकारी नरेश कुमार विगत 2020 चांदन ब्लॉक में कार्यरत थे।कई मुखिया प्रतिनिधि अपनी नाम छुपाते हुए कहा कि कुछ एक मुखिया के छोड़कर अक्सर सभी मुखियागण इनसे परेशान हैं । इनकी मनसा बिचोंलियों के माध्यम अपनी बातें रखें। प्रखंड के मुखियाओं ने बताया कि ग्रामीणों की चाहत एवं वस्तु स्थिति पर चिंतन करने के बाद ग्रामसभा में योजना का चयन हुआ। योजनाओं को आमसभा में पारित कर कार्य तो चालू कर लिए लेकिन स समय पैसा नहीं मिलने के कारण कई जन प्रतिनिधि परेशान हैं ऐसे में पंचायत की विकास कैसे होगी सभी जनप्रतिनिधि चिंतित हैं। विभागीय चिट्ठी के मुताबिक हम मुखियाओं को 5 लाख तक ग्राम पंचायत में योजनाओं को प्रशासनिक अधिकार दे सकते हैं लेकिन चांदन पीओ की उदासीनता के कारण धरातल पर कोई कार्य नहीं हो पा रही है।
रिपोर्टर : राकेश कुमार बच्चू
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