चांदन आरटीपीएस कर्मियों की वजह से स्कूली आदिवासी बच्चे सरकारी योजनाओं के लाभ से रहते हैं वंचित

बांका : बांका जिले के चांदन प्रखंड मुख्यालय में विभागीय उदासीनता के कारण जन्म प्रमाण पत्र एवं मृत्यु प्रमाण पत्र बनाने वाले कर्मियों की मनमानी के कारण चांदन प्रखंड क्षेत्र के बच्चों के अभिभावक, स्कूली बच्चे सभी लोग परेशान हैं। लोगों का कहना है कि चांदन प्रखंड में जन्म, मृत्यु प्रमाण पत्र काउंटर पर बैठे कर्मी एक,दो, पांच महिने तक खूब घूमते, ब्लॉक के चक्कर लगवाते हैं। इस क्रम में जन्म मृत्यु प्रमाण पत्र कर्मी एवं हमारे बीच पहचान बन जाती है। फिर खुशी-खुशी कुछ ले,देकर पावती रसीद दिखाकर जन्म प्रमाण पत्र, मृत्यु प्रमाण पत्र हमें प्राप्त होती है।चांदन प्रखंड क्षेत्र के कई ग्रामीणों का कहना है कि काफी दिनों तक चांदन ब्लॉक का चक्कर काटते- काटते, थक हारकर हमारी और उनके बीच मिठास आ जाती है तब जाकर मेरी हाथें जैब की ओर जाती है। आरटीपीएस जन्म मृत्यु प्रमाण पत्र बनाने वाले कर्मी अभिषेक कुमार समझ जाते हैं इनको जन्म प्रमाण पत्र काफी जरूरत है। रुकिए श्रीमान जी तुरंत बना कर दे रहा हूं। सोनेलाल मुर्मू चतुर्भुज यादव, लालु यादव, मुकेश, रूपलाल, कौशल्या देवी, पूजा कुमारी, आदि दर्जनों पीड़ित लोगों का कहना है कि अभिषेक कुमार नाम का एक व्यक्ति है। जिसके समक्ष किसी अधिकारी का नहीं चलता है। आरटीपीएस के कर्मी रितेश कुमार, आबेद, प्रदीप कुमार अनिल आनंद सभी कर्मी परेशान है। अभिषेक के व्यवहार से ब्लॉक भी बदनाम हो रहा है। इसकी शिकायत वरीय पदाधिकारी को करते हैं सबों ने कहा कि मिलजुल कर काम करो।अभिषेक कुमार का कहना है कि कौन देखेगा, मेरी मर्जी मेरे ऊपर काम का बोझ है। अभिषेक कुमार की मनमानी को जानिए । अगर उनको कुछ चढ़ावा नहीं दिए हैं फार्म में शुद्धिकरण के बावजूद, पिता के नाम या बच्चों के नाम में अशुद्ध होगी। ताकि कुछ अधूरी रह गई है। आपकी हाथें जेबों तक जाने में असमर्थता होगी। और अगर परेशानियों से बचाना है। नहीं तो अभिषेक कुमार सोनेलाल के जगह पर सनेलाल लिख देंगे। तब तो आप आरटीपीएस काउंटर पर पुनः सुधार करने के लिए आना होगा। गोपडीह निवासी चतुर्भुज यादव ने कहा कि मैं 20-25 दिन से ब्लॉक का चक्कर लगा रहा हूं। मुझे अपने पोते का जन्म प्रमाण पत्र की आवश्यकता है। लेकिन अब तक मुझे प्राप्त नहीं हुआ है। इसकी शिकायत माननीय विधायक श्री मनोज यादव के पास किया हूं उन्होंने तुरंत चांदन बीडीओ से मोबाइल के जरिए बातचीत किए। चांदन बीडीओ ने विधायक जी को आश्वासन देते हुए मुझे बुलवाया और मेरे फार्म पर उनकी अनुशंसा कर अभिषेक कुमार को दे दिया गया। लेकिन उनमें सुधार नहीं आई बल्कि पैसे की मांग कर रहे हैं।कई ग्रामीणों ने भी आरोप लगाया कि इसकी शिकायत प्रखंड मुख्यालय से लेकर जिला तक की गई है लेकिन सुनवाई ढाक के तीन पात हुआ है। जिससे प्रखंड क्षेत्र के कई विद्यालय के छात्रों को स्कूलों में मिलने वाली सरकारी योजनाओं का लाभ से वंचित रह जाते है। जन्म प्रमाण पत्र स समय मिल जाता, तो उन्हें आधार कार्ड बनवाने में सुविधा मिलती। आवासीय,जाति, आधार कार्ड बन जाते, तो अभिभावकों को बच्चों का बैंक पासबुक तैयार हो जाता । फिर क्या था विद्यालय में नामांकन से लेकर गरीब बच्चों को स्कूलों में सरकारी योजनाओं का भी लाभ मिलता। लेकिन विभागीय मनमानी के कारण इन सारी सुविधाओं से प्रखंड क्षेत्र के बहुत सारे बच्चे साल 2 साल 5 साल,छ महीने, दो महीने से लाभ से वंचित हो रहे हैं। बिहार सरकार की मनसा है कि बिहार के नागरिकों के लिए RTPS Online Portal की शुरूआत किया है। यह एक ऑनलाइन ई-डिस्ट्रिक्ट सेवा है। इस पोर्टल पर बिहार के नागरिकों को उनके सभी आवश्यक दस्तावेज जैसे जन्म, मृत्यु, आय, जाति एवं निवास प्रमाण पत्र, कैरक्टर सर्टिफिकेट ग्रामीणों को आसानी से मिल जाएगा। लेकिन चांदन प्रखंड मुख्यालय में आरटीपीएस गर्मियों की मनमानी से तंग आकर ग्रामीणों ने गोलबंद होना प्रारंभ हो गया है।
रिपोर्टर - राकेश कुमार बच्चू
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