श्रावणी मेला शुरू होते ही कांवरिया पथ में उमड़ा कांवरियों का सैलाब

बांका : विश्व प्रसिद्ध श्रावणी मेला शुरू होते ही सुल्तानगंज से कांवर लेकर बाबा धाम जाने वाले कांवरिया श्रद्धालुओं का कांवरिया पथ पर से रेला छूट पड़ा है। यात्रियों का मनोबल के मुताबिक सभी को सावन की पहली सोमवारी में जलार्पण करने की उम्मीद को लेकर भी काफी संख्या में देश के विभिन्न प्रांतो के श्रद्धालुओं का जत्था बाबा की डगर पर बोल बम, बोल बम व हर हर महादेव के नारे व जयकारे लगाते आगे बढ़ रहा है। कांवरियों के लिए कहीं धूप कहीं छाया, कहीं चिल्लाती धूप, भोलेनाथ के प्रति अटूट विश्वास आस्था भारी पढ़ रही है। सुल्तानगंज अजगेबीनाथ  धाम से बाबा धाम तक लगभग 100 किलोमीटर नंगे पांव पैदल यात्रा का संकल्प लिए भक्तों का कारवां लगातार बढ़ता जा रहा है। और सबों यात्रियों की इच्छा  है कि सावन की पहली सोमवारी को बाबा भोलेनाथ पर जलार्पण करेंगे। इसके लिए रविवार को हल्की बारिश होने के बाद यात्री पथ में उमड़ी श्रद्धालुओं की भीड़, लगे बोल बम के जयकारे  पहले सोमवार को लेकर देवघर जाने के लिए शिव भक्तों का चलना अनवरत जारी है। जंगल और पहाड़ों से घिरा यह कांवरिया पथ कांवरियों की प्रवाह से गुलजार हो गया है।
       हल्की बारिश और हवा की हल्की झोंकों के बीच जब यात्रीगण अपनी कांवर की रुनझुन आवाज के के साथ यात्री पथ चांदन गुड़ियारी नदी पहुंचते ही उनकी सारी थकान दूर हो जाती है। फिर क्या है नदी में स्नान बाबा नगरी जाने का आनंद ही कुछ और है।
      यात्री पथ गुड़ियारी नदी कांवरिया यात्रियों के लिए सावन महीना में फोटो सेल्फी का केंद्र बन गया है। लोगों का मानना है गोड़ियारी नदी में जो यात्रीगण स्नान करते ही उनकी थकान बाबा की कृपा से समाप्त हो जाती है। फिर यात्रीगण गदगद होकर कोई घोड़े पर सवार होकर फोटो खिंचवाते हैं तो कोई नंदी बाबा के ऊपर फोटो खिंचवाते हैं तो कोई कैमरामैन के द्वारा बनाए गए सेल्फी केंद्र के सामने खड़ा होकर फोटो खिंचवाते हैं। इस क्रम में गोड़ियारी नदी में लगभग 200 कैमरा में का जीविका का साधन का केंद्र बना हुआ है। यहां मकई भुट्टा बेचने वाले भी गदगद हैं। उनकी भी जीविका का साधन गुड़ियारी नदी है।
     कैमरामैन दिलीप पोद्दार, घोड़सवार राजनेतिक साह, सुनील कुमार झा, मनोज गुप्ता आदि ने बताया कि सावन के महीने में हम लोग  लगातार 20 साल से यहां काम करते हैं इससे हमारी जीविका आराम से चल जाती है। सेवा भाव से भी काम करते हैं। सेल्फी फोटो खिंचवाने के लिए यात्रीगण से10 रुपया प्रति फोटो लेते हैं। शाम ढलते ढलते लगभग हजार रुपए कमा लेते हैं। कांवरिया भाई भी खुशी खुशी हम सभी को मेहनत नामा दे देते हैं।
      श्रावणी मेला 2025 के सफल संचालन हेतु बांका जिला पदाधिकारी नवदीप शुक्ला के निर्देश पर लगातार निगरानी एवं व्यवस्थाओं के मूल्यांकन का कार्य  किया जा रहा है। श्रद्धालुओं की सुविधा एवं सुरक्षा की प्राथमिकता देते हुए सभी जिले एवं प्रखंड स्तरीय पदाधिकारी निरंतर कांवरिया पथ निरीक्षण कर रहे हैं। हरखार धर्मशाला में स्वास्थ्य सुविधा की व्यवस्था की गई है। बांका जिला पदाधिकारी के निर्देश पर सूचना एवं जनसंपर्क कार्यालय द्वारा कांवरिया पथ पर 15 सूचना केंद्र स्थापित किए गए हैं। इन केंद्रों पर प्रतिनियुक्ति दो दो प्रचारकों की टीम 24 घंटे सेवा में तत्पर हैं। ये प्रचारक न केवल खोए हुए श्रद्धालुओं का नाम और विवरण दर्ज करते हैं बल्कि अन्य सूचना केदो से समन्वय स्थापित कर पूनर्मिलन सुनिश्चित करने हेतु लगातार प्रयास करते हैं। पूरे यात्री पथ पर जगह- जगह पर प्रशासन की भी व्यवस्था की गई है।


रिपोर्टर : राकेश कुमार बच्चू 

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