धान रोपनी शुरू, जिला व प्रखंड क्षेत्र के झूमे किसान

बांका - मानसून का लगातार अनुकूल असर दिख रहा है। हर दिन सुबह हो या शाम कभी न कभी बारिश हो रही है। लेकिन कुछ किसानों ने हाइब्रेड बीज खेतों में बिचड़ा बौने के कारण, रोहन नक्षत्र में धान का बीचड़ा नहीं लगाते हैं। जिससे उनका बीचड़ इस साल बारिश के आधार पर तैयार नहीं हो सका है। उनकी आंखों के सामने बारिश की पानी खेतों से होते हुए नदी में समा जा रही है। इसकी मलाल क्षेत्र के किसानों को हो रही थी। लेकिन मौसम कहां पीछे है। किसानों को खुश रखने के लिए प्रतिदिन बारिश जारी है।सावन के एक-दो दिन पहले से बारिश हो रही है। बारिश से सभी प्रखंड के खेत- खलियान पानी ही पानी नजर आ रहा है। इस बीच चांदन प्रखंड क्षेत्र के बिरनियां पंचायत के जमनी, नीलकोठी, ग्राम पंचायत चांदन डुमरथर, ग्राम पंचायत गौरीपुर शलैबोना आदिवासी टोला, ग्राम पंचायत कुसुमजोरी फतेहपुर,सुपाहा, आदि क्षेत्रों में धन रोपनी शुरू हो गई है। लेकिन इस बार रोहन नक्षत्र के बाद लगातार बारिश होने के कारण इस क्षेत्र के किसानों को बदई खेती, मक्का, दलहन लाहर, मूंग साग सब्जी की खेती करने से वंचित रह गए। इसकी मलाल किसानों को है। जिससे साग- सब्जी एवं श्रावणी मेला में यात्री पथ पर बैठकर बुटटा पक्काकर जो कमाई होती थी, इस बार उस कमाई से वंचित रह गए। धान रोपनी की पहली तस्वीर गौरीपुर पंचायत के ग्राम शलैबोना आदिवासी गांव की आ गई है। किसान खुश हैं। उनका कहना है कि हाइब्रेड बीज का समय 21 से 22 दिन के अंदर खेतों में धान रोकनी का कार्य प्रारंभ कर देना चाहिए। और इस बार सामान्य वर्षापात की तुलना अधिक मात्रा में बारिश हो रही है। जो खेतों के लिए बेहतर संकेत दे रहे हैं।
रिपोर्टर - राकेश कुमार बच्चू
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