जबरन मक्षली पकड़ कर बेंच रहे थे मना करने पर तालाब पट्टाधारक को दी जातिसूचक गालियां

बाराबंकी - मसौली तहसील द्वारा आवंटित तालाब में मछली पकड़ने के दौरान गांव के दबंगो ने मां व बेटे को जान से मारने की धमकी दी। तो परेशान होकर मां व बेटे ने मुख्यमंत्री व अनुसूचित जाति जनजाति आयोग सहित उच्च अधिकारियों से न्याय की गुहार लगाई। थाना क्षेत्र जहांगीराबाद के करन्द निवासी कलावती पत्नी बद्री व संदीप कुमार पुत्र बद्री ने मुख्यमंत्री व राष्ट्रीय अनुसूचित जाति जनजाति आयोग सहित उच्च अधिकारियों को दिए गये पत्र में कहा कि वह अनुसूचित जाति का सदस्य है। दिनांक 4 दिसम्बर 2024 को तालाब गाटा सं0-733 रक्बा 1.972 हे० स्थित ग्राम करन्द का पट्टा आवंटन हेतु तहसील नवाबगंज में बोली लगाई गयी थी। जिसमें कलावती के नाम मु० 70,000 रुपये में पट्टा आवंटन हुआ था। उस समय गाँव के आबिद भी बोली में मौजूद थे किन्तु पट्टा पीड़ित की माता के नाम अधिक बोली के कारण आवंटित हुआ था। जोकि पिछले दो वर्षों से रिक्त पड़ा था। किन्तु फिर भी उक्त आवंटन से क्षुब्ध होकर आबिद जबरन उक्त तालाब की मछलियाँ पकड़कर बेंचना शुरू कर दिया। दिनांक 07 दिसम्बर 2024 को पुनः आबिद पुत्र जाहिद के साथ कुछ लोग जबरन मछली पकड़ने लगें,तब पीड़ित समय करीब दिन में 2:00 बजे तालाब पर पहुँचा और मछली पकड़ने से रोका तो आबिद व उनके सहयोगियों ने सबके जाति सूचक व मां बहन की गालियाँ देते हुये कहा कि पट्टा भले ही तुम्हारे नाम है!पट्टा मुझे नही मिला तो क्या हुआ इस तालाब पर कब्जा हमारा ही रहेगा और मछलियों हम ही पकड़ेगें। तब पीड़ित ने कहा कि हम पुलिस में शिकायत करेगें और अपना मोबाइल निकालकर पुलिस को फोन करना चाहा तो आबिद ने मोबाइल फोन छीनकर पटक कर तोड़ दिया।पीड़ित को गिराकर लात घूसों से बेतहासा मारा पीटा। पीड़ित अपनी जान बचाकर मौके से भागा तो विपक्षीजनों ने एलानियाँ धमकी देते हुए कहा कि दोबारा तालाब के आस-पास दिखाई दिए तो इसी तालाब में डूबो कर जान से मार देगें। विपक्षीगण अत्यन्त दबंग व सरहंग किस्म का व्यक्ति है जो कि अपनी दबंगई के बल पर पीड़ित के तालाब से मछली पकड़कर धन हड़प कर रहा है।उसने गांव की कई सरकारी जमीनों पर अवैध कब्जा भी कर रखा है।
रिपोर्टर - नफीस अहमद
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