प्रशासनिक जागरूकता व साइबर सुरक्षा पर विशेष सत्र,समर कैंप बना ज्ञान,अनुशासन और रचनात्मकता का केंद्र

बाराबंकी : समग्र शिक्षा अभियान के अंतर्गत जनपद बाराबंकी के सभी राजकीय माध्यमिक विद्यालयों एवं इच्छुक अशासकीय सहायता प्राप्त एवं वित्तविहीन माध्यमिक विद्यालयों में कक्षा 9 से 12 के विद्यार्थियों के लिए आज का दिन प्रशासनिक जानकारी, साइबर सुरक्षा एवं संवादात्मक गतिविधियों पर केंद्रित रहा। प्रारंभ में विद्यार्थियों ने प्रतिदिन की भांति आधा घंटे का योग एवं व्यायाम किया, जिसमें शरीर को सक्रिय रखने हेतु विविध योगाभ्यास और साँस संबंधित क्रियाएं सम्मिलित रहीं। इसके पश्चात विद्यालयों में निकटवर्ती बैंक, पोस्ट ऑफिस, तहसील एवं थाना अधिकारियों को आमंत्रित किया गया। इन अधिकारियों ने विद्यार्थियों को प्रत्येक विभाग की कार्यप्रणाली, सरकारी सेवाओं की पहुँच, तथा नागरिक कर्तव्यों और अधिकारों के बारे में विस्तृत जानकारी दी।

प्रमुख चर्चित बिंदु रहे: - बैंकिंग सिस्टम में खाता खोलने की प्रक्रिया, डिजिटल बैंकिंग, UPI व धोखाधड़ी से बचाव

- डाक विभाग की सेवाएं, पत्र व्यवहार, स्पीड पोस्ट व ऑनलाइन ट्रैकिंग
- तहसील स्तर पर आय, जाति, निवास प्रमाणपत्र हेतु आवेदन की प्रक्रिया
- थाना व पुलिस व्यवस्था में FIR, हेल्पलाइन, साइबर अपराध की रिपोर्टिंग
विशेषरूप से प्रार्थना पत्र की ड्राफ्टिंग (लेखन कला) का अभ्यास कराया गया, जिसमें छात्रों ने बैंक, तहसील, थाना व अन्य संस्थाओं को संबोधित कर प्रायोगिक पत्र लेखन सीखा। इससे उनकी प्रशासनिक भाषा एवं संवाद क्षमता में वृद्धि हुई। साइबर सुरक्षा सत्र के अंतर्गत छात्रों को सोशल मीडिया पर सुरक्षित व्यवहार, पासवर्ड सुरक्षा, फिशिंग से बचाव और ऑनलाइन फ्रॉड की रिपोर्टिंग प्रक्रिया पर जानकारी दी गई। सत्र का अंतिम भाग अत्यंत रोचक रहा, जहाँ "आईस ब्रेकर गेम - मैं कौन हूँ?" के माध्यम से छात्रों को परस्पर संवाद, टीम भावना और रचनात्मक सोच को बढ़ावा दिया गया। इस गतिविधि में छात्रों ने विभिन्न व्यक्तित्वों, पेशों या वस्तुओं की भूमिका निभाते हुए अपने साथियों से उत्तर दिलवाए। जिला विद्यालय निरीक्षक श्री ओ.पी. त्रिपाठी के नेतृत्व में समर कैंप का संचालन किया गया। श्री त्रिपाठी ने कैंप स्थलों का निरीक्षण कर व्यवस्थाओं की समीक्षा की और शिक्षकों व छात्रों को निरंतर उत्कृष्टता के लिए प्रेरित किया। श्री त्रिपाठी ने बताया कि
"समर कैंप का उद्देश्य केवल शैक्षणिक विकास नहीं, बल्कि व्यवहारिक जीवन के लिए आवश्यक प्रशासनिक व सामाजिक समझ विकसित करना भी है।" जिला समन्वयक समग्र शिक्षा (मा०) श्री अखिलेन्द्र सिंह ने लगातार भ्रमणशील रहते हुए विद्यालयों में चल रही गतिविधियों की समीक्षा की और कहा:
"साइबर जागरूकता और सिविक एजुकेशन आज के समय की मांग है। हम छात्रों को इन विषयों से जोड़कर उन्हें एक जिम्मेदार नागरिक के रूप में तैयार कर रहे हैं।"
 आज की प्रमुख गतिविधियाँ रहीं: 
- योग एवं शारीरिक अभ्यास (1/2 घंटा)
- बैंक, पोस्ट ऑफिस, थाना व तहसील अधिकारियों के सत्र
- प्रार्थना पत्र लेखन का व्यावहारिक अभ्यास
- साइबर सुरक्षा एवं डिजिटल जागरूकता सत्र
- "मैं कौन हूँ?" रचनात्मक आइस-ब्रेकर गेम

बाराबंकी का समर कैंप निरंतर विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास की दिशा में अग्रसर है, जहाँ शिक्षा के साथ प्रशासनिक समझ, रचनात्मकता और आत्म-विश्वास को समान महत्व दिया जा रहा है।

 

रिपोर्टर : नफीस अहमद

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