रेलवे क्रॉसिंग पर दो दशक पुरानी मांग हुई पूरी,ओवरब्रिज को मिली मंजूरी

बाराबंकी : बाराबंकी जिले के बंकी कस्बे में आजादी के बाद से लंबित एक अहम जनसुविधा की मांग आखिरकार पूरी हो गई है। बाराबंकी मुख्यालय से सटे बंकी कस्बे के निवासियों को अब हर दस मिनट पर गुजरने वाली ट्रेनों के चलते रेलवे फाटक पर घंटों खड़े रहने की परेशानी नहीं झेलनी पड़ेगी। केंद्र सरकार के रेल मंत्रालय ने बंकी रेलवे क्रॉसिंग पर दो लेन ओवरब्रिज के निर्माण को हरी झंडी दे दी है। यह निर्णय क्षेत्रीय जनता के लिए किसी सौगात से कम नहीं है।
रेल मंत्रालय द्वारा स्वीकृत इस 87 करोड़ रुपये की परियोजना से न सिर्फ बंकी कस्बा बल्कि आस-पास के करीब 50 गांवों को भी सीधा लाभ मिलेगा। वर्षों से यहां के लोगों को बाराबंकी मुख्यालय तक पहुंचने के लिए बार-बार बंद होने वाले रेलवे फाटक की वजह से काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता था। स्थानीय निवासी बताते हैं कि फाटक अक्सर बंद रहने के कारण लोग मुख्यालय तक आने-जाने से कतराते थे। स्कूल जाने वाले बच्चे गर्मी, धूप और बारिश में फाटक खुलने का घंटों इंतजार करते थे। मरीजों को समय पर अस्पताल पहुंचाना मुश्किल हो जाता था और नौकरीपेशा लोग अक्सर लेट हो जाते थे।
इस क्रॉसिंग पर ओवरब्रिज बनाने की मांग पिछले करीब दो दशकों से उठाई जा रही थी, लेकिन इसे अब जाकर मंजूरी मिल सकी है। पूर्व सांसद उपेंद्र सिंह रावत ने इस मुद्दे को ना सिर्फ संसद में जोरशोर से उठाया, बल्कि रेलवे के वरिष्ठ अधिकारियों को भी प्रस्ताव सौंपा। 15 अप्रैल 2025 को रेलवे डायरेक्टर हेमंत कुमार ने इस प्रस्ताव को महाप्रबंधक के पास भेजा, जहां से इसे स्वीकृति मिल गई है।
यह रेलवे ओवरब्रिज लखनऊ-बनारस रेलखंड पर बनेगा, जो उत्तर भारत के सबसे व्यस्त रेलमार्गों में से एक है। हर 10 मिनट पर गुजरने वाली ट्रेनों के कारण यह क्रॉसिंग कभी-कभी घंटों तक बंद रहती है। ऐसे में यह ब्रिज इलाके की जीवन रेखा साबित होगा, जो जन-जीवन को नई गति देगा।
ओवरब्रिज की मंजूरी मिलते ही बंकी में खुशी की लहर दौड़ गई है। कस्बे के सभासद रजी सिद्दीकी, जावेद अंसारी, बाबू,जबैर,कल्लू ,नियाज़ वारिस,नादिर, फारुख,नियाजू, जीशान,एहतिशाम, मुस्कीम, नजीम,शाहरुख,दानिस, मुक़ीम,अनूप यादव, नवीन सिंह राठौर सहित सैकड़ों स्थानीय निवासियों ने केंद्र सरकार और विशेष रूप से भाजपा सरकार का आभार व्यक्त किया है। उनका कहना है कि यह विकास की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम है जिससे क्षेत्र की तस्वीर ही बदल जाएगी।
रिपोर्टर : नफीस अहमद
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