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ईद-उल-अज़हा की नमाज़ के लिए समय तय, क़ुर्बानी में साफ़-सफाई और सादगी बरतने की अपील

बाराबंकी : मुगल दरबार में ईदगाह कमेटी की एक अहम बैठक का आयोजन किया गया। बैठक की शुरुआत ईदगाह के इमाम मौलाना अबूज़र साहब द्वारा क़ुरआन शरीफ़ की तिलावत से हुई। कमेटी की सदारत कमेटी के अध्यक्ष उमेर किदवई ने की। बैठक में आगामी ईद-उल-अज़हा की तैयारियों को लेकर विस्तार से चर्चा हुई। कमेटी के अध्यक्ष उमेर किदवई ने सभी सदस्यों से रायशुमारी के बाद घोषणा की कि इस वर्ष ईद-उल-अज़हा की नमाज़ ईदगाह पीरबटावन में दो समयों पर अदा की जाएगी। पहली नमाज़ सुबह 7:30 बजे और दूसरी नमाज़ 8:00 बजे पढ़ी जाएगी। कमेटी के सदर उमेर किदवई और महासचिव हाजी शहाब खालिद ने सभी मुस्लिम भाइयों से अपील की कि क़ुर्बानी के दौरान किसी भी तरह की तस्वीरें या वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल न करें। क़ुर्बानी के बाद सफ़ाई का विशेष ध्यान रखा जाए। जानवरों के अवशेषों को शहर से दूर मिट्टी के गड्ढे में दफ़न किया जाए, ताकि किसी को कोई असुविधा न हो। साफ़-सफाई को लेकर यह भी ताकीद की गई कि मोहल्लों में जहां कूड़ा इकट्ठा होता है, वहां जानवरों की हड्डियां या बाकी अवशेष न फेंके जाएं। कमेटी ने यह अपील भी की कि ईद-उल-अज़हा का पर्व पूरी सादगी से मनाया जाए और गरीब व ज़रूरतमंद पड़ोसियों का खास ख्याल रखा जाए। कमेटी ने सभी से यह भी आग्रह किया कि क़ुर्बानी के तरीक़ों के बारे में जो हिदायतें बड़े उलमा व मौलाना दें, उन पर अमल किया जाए, ताकि यह धार्मिक पर्व अपनी पाकीज़गी के साथ संपन्न हो और समाज में भाईचारा बना रहे। हाजी मुजीबउद्दीन अंसारी, हाजी मुक्तादिर अंसारी, ताज बाबा राइन, मोहम्मद तैय्यब बब्बू, मोहम्मद आसिफ एडवोकेट, नसीम कीर्ति, हाजी उसामा अंसारी,अंजुम किदवई, आदिल अंसारी सभासद, जावेद अहमद जेठु, कमेटी ने अंत में संदेश दिया कि ईद-उल-अज़हा सिर्फ़ क़ुर्बानी का त्योहार नहीं, बल्कि यह साफ़-सफ़ाई, अनुशासन, भाईचारे और इंसानियत का पैग़ाम देने वाला पर्व भी है, जिसे मिलजुल कर मनाना हम सभी की ज़िम्मेदारी है।

रिपोर्टर : नफीस अहमद

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