समर कैंप में पर्यावरण संरक्षण की दिशा में विद्यार्थियों की रही रचनात्मक भागीदारी

बाराबंकी : समग्र शिक्षा अभियान के अंतर्गत जनपद के समस्त राजकीय माध्यमिक विद्यालयों एवं इच्छुक अशासकीय सहायता प्राप्त एवं वित्त विहीन विद्यालयों में चल रहे समर कैंप-2025 के अंतर्गत आज दिनांक 06.06.2025 को विद्यार्थियों में पर्यावरणीय चेतना जाग्रत करने हेतु विविध गतिविधियाँ आयोजित की गईं। दिन की शुरुआत निर्धारित कार्यक्रमानुसार आधा घंटा योग एवं व्यायाम से हुई, जिसमें विद्यार्थियों ने स्वास्थ्य लाभ के साथ मानसिक संतुलन बनाए रखने की तकनीकें सीखी। इसके पश्चात कक्षा 9 से 12 के विद्यार्थियों को सिंगल यूज प्लास्टिक के दुष्प्रभावों की जानकारी दी गई तथा इसके विकल्पों जैसे कपड़े के थैले, जूट बैग एवं कागज के लिफाफों के निर्माण का प्रशिक्षण प्रदान किया गया। इस प्रशिक्षण के दौरान विद्यार्थियों ने स्वयं कागज व पुराने वस्त्रों से पर्यावरण अनुकूल बैग बनाना सीखा, जिससे उनमें नवाचार और रचनात्मकता का विकास हुआ। जिला विद्यालय निरीक्षक ओ०पी० त्रिपाठी द्वारा चल रहे समर कैंप की व्यवस्थाओं की सतत निगरानी करते हुए यह सुनिश्चित किया गया कि गतिविधियाँ बच्चों में व्यावहारिक ज्ञान एवं सामाजिक उत्तरदायित्व की भावना विकसित करें। श्री त्रिपाठी ने विद्यालयों में चल रही शैक्षिक गतिविधियों को सराहा और शिक्षकों को प्रेरित किया कि वे विद्यार्थियों को पर्यावरण संरक्षण के व्यवहारिक उपायों से लगातार जोड़ते रहें। जिला समन्वयक समग्र शिक्षा (मा.) श्री अखिलेन्द्र सिंह ने आज राजकीय हाईस्कूल न्यामतपुर एवं राजकीय इंटर कॉलेज सिरौलीगौसपुर का निरीक्षण किया। उन्होंने विद्यार्थियों से संवाद करते हुए प्लास्टिक प्रदूषण से पर्यावरण पर पड़ने वाले दुष्प्रभावों पर प्रकाश डाला और कहा—"हर विद्यार्थी यदि एक प्लास्टिक बैग की जगह कपड़े का बैग चुन ले, तो हम लाखों टन कचरे से धरती को बचा सकते हैं।"
मुख्य गतिविधियाँ
- योग एवं व्यायाम
- सिंगल यूज प्लास्टिक के दुष्प्रभावों पर चर्चा
- पर्यावरण अनुकूल बैग निर्माण कार्यशाला
- विद्यालयों में जिला समन्वयक द्वारा निरीक्षण एवं प्रेरणात्मक संदेश
इस प्रकार आज का दिन विद्यार्थियों के लिए शिक्षा, व्यवहारिकता और सामाजिक उत्तरदायित्व के त्रैतीय संगम के रूप में अत्यंत उपयोगी एवं प्रेरणास्पद सिद्ध हुआ।
रिपोर्टर : नफीस अहमद
No Previous Comments found.