जनसामान्य को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराना शासन की सर्वोच्च प्राथमिकता : डीएम

बाराबंकी :  जिला स्वास्थ्य समिति(डीएचएस) की समीक्षा बैठक में डीएम ने खराब प्रदर्शन करने वाले स्वास्थ्य महकमें के अफसरों के पेंच कसे। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य विभाग के कार्यों के प्रति किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। इसलिये जिसकी जो जिम्मेदारी है वे सभी अफसर अपनी जिम्मेदारी निभाये और जनता को बेहतर इलाज की सुविधा उपलब्ध कराए। गुरुवार को जिलाधिकारी श्री शशांक त्रिपाठी ने लोकसभागार में जिला स्वास्थ्य समिति (डीएचएस) की समीक्षा बैठक की। बैठक में मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. अवधेश कुमार यादव, अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. डी. के. श्रीवास्तव, डॉ. राजीव सिंह सहित सभी सीएचसी अधीक्षक, बीपीएम, बीसीपीएम, आयुष्मान अधिकारी व अन्य सम्बन्धित अधिकारी उपस्थित रहे।

टीबी रोगियों के उपचार के प्रगति की समीक्षा की

जिलास्तरीय टी0बी0 स्टेयरिंग कमेटी की बैठक में टी0बी0 रोगियों के उपचार एवं सहायता सेवाओं की प्रगति की समीक्षा की गई। कुछ सीएचसी अस्पतालों में प्रगति न्यून पाए जाने पर जिलाधिकारी ने कड़ी नाराजगी जताते हुए सम्बंधित अधीक्षकों को कार्यशैली में सुधार लाने के कड़े निर्देश दिए। सुधार न आने पर कार्यवाही करने की चेतावनी भी दी। साथ ही बिना सूचना के अनुपस्थित रहने वाले चिकित्सकों पर कार्यवाही के निर्देश दिए।

विशेष संचारी रोग नियंत्रण अभियान को लेकर अंतर्विभागीय समन्वय बैठक

जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक की शुरुआत से पहले जिलाधिकारी ने विशेष संचारी रोग नियंत्रण अभियान 2025 के अंतर्गत अंतर्विभागीय समन्वय समिति की बैठक आयोजित कर सभी संबंधित विभागों के अधिकारियों को निर्देशित किया कि वे अभियान को सफल बनाने हेतु निर्धारित समयसीमा के भीतर अपना माइक्रोप्लान प्रस्तुत करें। उन्होंने अभियान की प्रभावशीलता बनाए रखने के लिए पारस्परिक समन्वय और सक्रिय भागीदारी पर बल दिया।

टीकाकरण में लापरवाही पर कार्यवाही के दिए निर्देश

जिलाधिकारी ने कहा कि टीकाकरण कार्यक्रमों के दौरान लापरवाही बरतने के मामले मिलने पर अधीक्षक जिम्मेदार होंगे इसलिये सभी अधीक्षक जिम्मेदारी से टीकाकरण कार्यक्रम को संपन्न कराए। जिलाधिकारी ने स्पष्ट कहा कि जनपद में कहीं भी जीरो सेशन नहीं होना चाहिए और यदि ऐसा होता है तो एएनएम व अधीक्षक पर कठोर कार्यवाही की जाएगी।

बाहर से न लिखी जाए दवाएं, नहीं होगी कार्यवाही

जिलाधिकारी ने सभी सीएचसी अधीक्षकों को निर्देशित किया कि अस्पतालों में कोई भी चिकित्सक बाहर से दवाएं न लिखे, अन्यथा उस पर कार्यवाही की जाएगी। उन्होंने यह भी कहा कि प्राइवेट व्यक्ति किसी भी स्थिति में अस्पताल कार्य में संलिप्त न पाए जाएं। सभी चिकित्सक और स्टाफ नेमप्लेट एवं निर्धारित वेशभूषा में अस्पताल परिसर में रहें, और मरीजों के पर्चों पर डॉक्टर का नाम, मुहर और तारीख अवश्य दर्ज की जाए। जिलाधिकारी ने निर्देशित किया कि प्रत्येक चिकित्सक की ओपीडी हेतु पृथक रजिस्टर हो। इसके अलावा इमरजेंसी में आने वाले मरीजों के पर्चे विधिवत डॉक्टर की मुहर और हस्ताक्षर सहित बनाए जाएं।

 संस्थागत प्रसव बढ़ाने पर दे ध्यान

जिलाधिकारी ने संस्थागत प्रसव की संख्या में वृद्धि पर बल देते हुए कहा कि गर्भवती महिलाओं का शतप्रतिशत पंजीकरण कराया जाए और उनके प्रसव सरकारी संस्थानों में सुनिश्चित किये जाए। इसके लिए उपकेंद्र पर बनाये गए डिलीवरी प्वाइंट भी सक्रिय किए जाएं और जहां आवश्यक हो वहां नए डिलीवरी प्वाइंट भी बढ़ाए जाएं।

मातृ एवं शिशु मृत्यु की रिपोर्टिंग में पूर्णता और पारदर्शिता सुनिश्चित हो

बैठक में जिलाधिकारी ने कहा कि मातृ और शिशु मृत्यु की रिपोर्टिंग अधूरी और असंतोषजनक है। उन्होंने शतप्रतिशत रिपोर्टिंग करने और मृत्यु के कारणों की गंभीरता से जांच करने के निर्देश दिए।

आभा आईडी और आयुष्मान कार्ड निर्माण की गति तेज करने के दिये निर्देश

जिलाधिकारी ने कहा कि नए आयुष्मान कार्ड निर्माण में तेज लाई जाए और सभी 70 वर्ष से ऊपर के बुजुर्गों का आयुष्मान कार्ड बनाया जाय।


पीएचसी संचालन को लेकर जिलाधिकारी ने बताई उसकी महत्ता

बैठक में जिलाधिकारी ने कहा कि प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र ग्रामीण स्वास्थ्य सेवाओं की रीढ़ होते हैं। यदि पीएचसी व्यवस्थित ढंग से कार्य करें तो अधिकांश समस्याओं का समाधान स्थानीय स्तर पर ही हो सकता है। उन्होंने निर्देश दिया कि जनपद की सभी पीएचसी को प्रभावी ढंग से संचालित किया जाए। इसके लिए सीएचसी अधीक्षक सबंधित बीडीओ व सीडीपीओ के साथ अपने अन्तर्गत आने वाली सभी पीएचसी का संयुक्त निरीक्षण करें और कमियों को सुधारें। उन्होंने यह भी कहा कि स्वच्छता, समयबद्ध ओपीडी, समुचित इलाज व सम्मानजनक व्यवहार जैसी मूलभूत व्यवस्थाएं सुनिश्चित हों ताकि जनमानस में स्वास्थ्य विभाग के प्रति विश्वास स्थापित हो। अंत में जिलाधिकारी ने कहा कि जनपद की स्वास्थ्य रैंकिंग सुधारने हेतु समर्पित प्रयास किए जाएं और हर स्तर पर जवाबदेही व पारदर्शिता सुनिश्चित की जाए। जनसामान्य को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराना शासन की सर्वोच्च प्राथमिकता है।

उत्कृष्ट कार्य करने वाली एएनएम को डीएम ने किया सम्मानित

जिलाधिकारी ने जनपद के विभिन्न विकास खंडों के अंतर्गत सीएचसी और पीएचसी में उत्कृष्ट कार्य करने वाली एएनएम को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित  किया किया।

इन एएनएम को किया गया सम्मानित
बनीकोडर विकास खण्ड से रेखा, बाराबंकी अरबन से सिखा सिंह, बड़ागांव मसौली से रिंकी मौर्या, दरियाबाद से शीतल देवी, देवा से छवि चतुर्वेदी, फतेहपुर से आरती मिश्रा, घुघटेर से नीरू सिंह, हैदरगढ़ से शबाना खान, हरख से आरती वर्मा, जाटाबरौली से प्रतिभा, रामनगर से जीनत मेहताब, सिद्धौर से काजल चौधरी, सिरौली से अर्चना राय, टिकैतनगर से प्रसून लता और त्रिवेदीगंज से मीनाक्षी आदि एएमएम को उनके उत्कृष्ट कार्य करने पर जिलाधिकारी ने प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया।

रिपोर्टर : नफीस अहमद

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