तेज रफ्तार ऑटो चालक ने महिला को मारी टक्कर, इलाज के दौरान महिला की मौत
फतेहपुर : फतेहपुर कोतवाली क्षेत्र में रेनू देवी की मौत के मामले में पुलिस की लापरवाही पर सवाल उठ रहे हैं। ऑटो चालक और उसके साथी अभी तक पुलिस की पकड़ से बाहर हैं। यह घटना 29 सितम्बर 2025 की है, जब रेनू देवी अपने खेत से लौट रही थीं और तेज रफ्तार ऑटो ने उन्हें टक्कर मार दी। ऑटो चालक नशे में था उसने रेनू देवी का इलाज कराने की बजाय अपने साथियों को बुलाकर महिला के साथ गाली गलौज करते हुए महिला रेनू देवी की बेरहमी से पिटाई कर दी। इसके बाद महिला को इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया, जहां उसकी हालत गंभीर होने के कारण लखनऊ ट्रॉमा सेंटर रेफर कर दिया गया। इलाज के दौरान 4 अक्टूबर 2025 को महिला की मौत हो गई।
प्राप्त जानकारी के अनुसार गांव उजरवारा के नवनीत कुमार का कहना है कि सोमवार 29 सितम्बर 2025 को उनकी पत्नी रेनू देवी अपने खेत से लौट रही थीं। तभी गांव के पास तेज रफ्तार से ऑटो (संख्याः यू.पी. 41 सी.टी. 0737) ने उन्हें जोरदार टक्कर मार दी। पति नवनीत कुमार का कहना है कि ऑटो चालक नशे में धुत था और लापरवाही से वाहन चला रहा था। ऑटो की टक्कर से महिला के सिर में गहरी चोट आई और वह लहूलुहान हो गईं। हादसे के बाद मौके पर लोग एकत्र हो गए। स्थानीय लोगों ने चालक को पकड़ लिया और घायल महिला के इलाज के लिए दबाव बनाया। ऑटो चालक ने अपने को फंसता देख महिला का इलाज कराने के लिए तैयार हो गया। ऑटो चालक ने घायल महिला को उसके पति और सास को अपने साथ ऑटो में बैठाकर सीएचसी फतेहपुर के लिए जाने लगा। सीएचसी पहुंचने से पहले ही रास्ते में ऑटो चालक के साथी तीन मोटरसाइकिलों से पहुंच गए जिनमें एक महिला भी शामिल थी। आरोप है कि उन्होंने रेनू देवी और उनके पति के साथ गाली-गलौज और मारपीट शुरू कर दी। पति ने विरोध किया तो उसे भी मारने लगे। जोर जोर से चीख पुकार की आवाज सुन आसपास के लोग एकत्र होने लगे। यह देखकर हमलावर मौके से फरार हो गए। इतने में महिला की हालत और ज्यादा गंभीर हो गई। घायल महिला के साथ मौजूद पति और उसकी सास ने ऑटो से चाबी निकाल ली और ऑटो को गांव में खड़ा करा लिया। फिर ऑटो चालक को पकड़कर फतेहपुर कोतवाली लेकर जाने लगे तभी लालापुर गांव के करीब पहुंचते ही ऑटो चालक चकमा देकर फरार हो गया। किसी तरह घायल महिला को लेकर उसका पति और सास थाना फतेहपुर पहुंचे जहां पुलिस ने घायल महिला को सीएचसी फतेहपुर प्राथमिक उपचार के लिए भेज दिया। सीएचसी में डॉक्टरों ने हालत गंभीर देखते हुए बाराबंकी जिला अस्पताल रेफर कर दिया। बाराबंकी जिला अस्पताल पहुंचते ही डाॅक्टरों ने घायल महिला को लखनऊ ट्रॉमा सेंटर रेफर कर दिया। लखनऊ ट्राॅमा सेंटर पहुंचकर महिला का इलाज शुचारू रूप से चला। पति नवनीत कुमार ने बताया कि पत्नी के सिर में अत्यधिक चोट लगने से उसका ऑपरेशन कराना पड़ा। हालत अत्यंत नाजुक थी, जिसके चलते इलाज के दौरान शनिवार दिनांक 4 अक्टूबर 2025 को रात में 9 बजे महिला की मौत हो गई।
पुलिस की लापरवाही पर उठे सवाल
घटना को कई दिन बीत जाने के बावजूद आरोपी ऑटो चालक और उसके साथी अब तक पुलिस की पहुंच से दूर हैं।
स्थानीय लोगों का कहना है कि पुलिस की धीमी कार्रवाई के कारण आरोपियों के हौसले बुलंद हैं।
योगी सरकार की सख्ती और “गुंडाराज खत्म करने” के दावों के बावजूद, इस मामले में पीड़ित परिवार को अभी तक इंसाफ नहीं मिला है। अब देखना यह है कि पुलिस इस मामले में क्या कार्रवाई करती है और पीड़ित परिवार को न्याय मिलता है या नहीं।
ब्यूरो रिपोर्ट
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