दादा गजेन्द्र सिंह कांग्रेस के मार्ग दर्शक थे उनका व्यक्तित्व राजनीतिक से अधिक आवामी था: पी एल पुनिया

बाराबंकी - दादा गजेन्द्र सिंह कांग्रेस के मार्ग दर्शक थे उनका व्यक्तित्व राजनीतिक से अधिक आवामी था। मुझे अल्प समय में उनका सानिध्य प्राप्त हुआ, मैने उनसे बहुत कुछ सीखा। उसका लाभ मुझे राजनीतिक जीवन में मिला। आज उन जैसे जनप्रतिनिधियों की कमी है नई पीढ़ी को उनके आदर्शों व विचारों का अनुसरण करना चाहिए यह विचार व्यक्त करते हुए पी एल पुनिया पूर्व सांसद ने गजेन्द्र सिंह की हसनापुर में आयोजित श्रद्धांजलि सभा को संबोधित करते हुए कहा। जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष मो मोहसिन ने कहा कि दादा गजेंद्र सिंह के प्रयासों से रामनगर डिग्री कालेज तहसील व संजय सेतु जैसे बडे निर्माण कांग्रेस ने कराए। आज मुझे गर्व है कि हम आज उसी पार्टी का अध्यक्ष हूँ। कार्यक्रम की शुरूआत उनके चित्र को विधान परिषद अंगद ने चित्र पर माल्यार्पण करके की। अगंद सिंह ने गजेंद्र सिंह स्मृति द्वार के निर्माण की घोषणा की। पूर्व मंत्री हुक्म सिंह के पोते शैलेंद्र कुमार सिंह ने कहा कि गजेन्द्र सिंह से संबंध बताने पर मुझे गर्व होता है। श्रद्धांजलि कार्यक्रम को बृजमोहन वर्मा  सिटी इंटर कॉलेज के प्राचार्य विजय प्रताप सिंह ने भी सम्बोधित किया। कार्यक्रम के आयोजक वीरेंद्र विक्रम बहादुर सिंह दद्दू शिवकुमार सिंह नेक चन्द्र त्रिपाठी सचिन त्रिपाठी प्रवीण कुमार शिवदर्शन दर्शन वर्मा अमर सिंह रामनरेश वर्मा श्याम सिंह एडवोकेट विजय प्रताप सिंह पुष्पेन्द्र कुमार सिंह निर्मल वर्मा जितेंद्र श्रीवास्तव जित्तू भैया मालती सिंह रामा सिंह दीक्षा सिंह श्याम बहादुर सिंह किरन सिंह अक्षिता चंदेल उमेश सिंह राजा सिंह व शैलेंद्र बहादुर लल्ला भैया बरेली से पधारी गार्गी सिंह जंगहारे आदि प्रमुख व्यक्तियों ने पुष्प चढा कर श्रद्धांजलि अर्पित की। संचालन सुप्रसिद्ध पत्रकार मो तारिक खान व अध्यक्षता-श्री पवन कुमार वैश्य ने की। वरिष्ठ अधिवक्ता रणधीर सिंह सुमन ने सभी का आभार व्यक्त किया।

रिपोर्टर - नफीस अहमद

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