मतदाता सूची पुनरीक्षण में आई तेजी, डीएम ने सेंट्रल अकेडमी के बूथों का किया निरीक्षण

बाराबंकी :  भारत निर्वाचन आयोग के निर्देशों के अनुरूप जनपद में चल रहे विशेष प्रगाढ़ पुनरीक्षण (SIR) अभियान में अब तेजी देखने को मिल रही है। गुरुवार को जिलाधिकारी/जिला निर्वाचन अधिकारी श्री शशांक त्रिपाठी ने विधानसभा बाराबंकी (सदर) क्षेत्र के सेंट्रल अकेडमी विद्यालय स्थित बूथ संख्या 236, 237, 238 व 239 का औचक निरीक्षण किया। यहां उन्होंने पुनरीक्षण कार्य की प्रगति का जायजा लेते हुए मौजूद सुपरवाइजर, बीएलओ और संबंधित अधिकारियों को कड़े निर्देश दिए।

खामियां मिलीं तो तुरंत होगी कार्रवाई — डीएम

निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी ने स्पष्ट कहा कि विशेष पुनरीक्षण अभियान में किसी भी प्रकार की शिथिलता या लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने चेतावनी दी कि जहां भी खामियां पाई जाएंगी, संबंधित के विरुद्ध तत्काल कड़ी कार्रवाई की जाएगी। बताते चलें कि बीते दिनों लापरवाही पाए जाने पर तीन बीएलओ को निलंबित किया जा चुका है, और दर्जनों का वेतन/मानदेय रोका गया था। जिसके बाद अभियान की रफ्तार तेज हुई है।

समय पर कार्य पूर्ण न होने पर संबंधित का रोका जाएगा वेतन व होगी अनुशासनात्मक कार्यवाही : जिलाधिकारी 

जिलाधिकारी ने स्पष्ट निर्देश देते हुए कहा कि विशेष प्रगाढ़ पुनरीक्षण अभियान के अंतर्गत समय पर पुनरीक्षण कार्य पूर्ण करने पर सुपरवाइजर, बीएलओ और अन्य संबंधित अधिकारियों का नवम्बर माह का वेतन रोकते हुए अनुशासनात्मक कार्यवाही की जाएगी।

मतदाता फॉर्म न देने पर मतदाता सूची से  कट सकता है नाम

जिलाधिकारी ने कहा कि कई स्थानों पर मतदाता बीएलओ को फॉर्म भरने के लिये आवश्यक जानकारी नहीं उपलब्ध करा रहे हैं, ऐसे मामलों में मतदाता सूची से नाम कटने की संभावना बन जाती है। उन्होंने अपील की कि सभी मतदाता समय से बीएलओ को गणना प्रपत्र भरकर जरूर दें। इसी क्रम में डीएम ने मौके पर ही एक मतदाता का फॉर्म स्वयं भरवाकर अभियान की गंभीरता का संदेश दिया।

बीएलओ ऐप का एडवांस वर्जन डाउनलोड करने के निर्देश

निरीक्षण के दौरान डीएम ने सभी बीएलओ को बीएलओ ऐप के एडवांस वर्जन डाउनलोड कर उसका नियमित उपयोग सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि गणना प्रपत्र के वितरण व संकलन की ऑनलाइन प्रगति को प्रतिदिन अपडेट किया जाए।

2003 की मतदाता सूची का शीघ्र मिलान करने के निर्देश

डीएम ने बताया कि वर्ष 2003 की मतदाता सूची में दर्ज नामों का वर्तमान सूची से मैपिंग (मिलान) कार्य तेजी से पूरा किया जाए, ताकि पुराने रिकॉर्ड का सत्यापन भी सुनिश्चित हो सके। तहसीलदार भूपेंद्र विक्रम सिंह, सुपरवाइजर और बीएलओ निरीक्षण के दौरान मौजूद रहे।

पात्र मतदाता वंचित न रहें — जिला निर्वाचन अधिकारी

जिलाधिकारी ने कहा कि SIR अभियान का मूल उद्देश्य मतदाता सूची को शुद्ध, सटीक और त्रुटिरहित बनाना है, ताकि कोई भी पात्र नागरिक मतदान के अपने अधिकार से वंचित न रह जाए। उन्होंने नागरिकों से भी सहयोग की अपील की।
रिपोर्टर नफीस अहमद
[3:15 pm, 21/11/2025] Nafees Barabanki: अति कुपोषित 3 माह के कार्तिक को मिली नई जिंदगी
एनआरसी वार्ड की इंचार्ज नर्स रचना तिवारी और डॉ. सिकंदर अली की टीम ने किया कमाल


बाराबंकी: जिला सरकारी अस्पताल के न्यूट्रिशनल रिहैबिलिटेशन सेंटर (NRC) में भर्ती तीन माह के कार्तिक ने कुपोषण से जंग जीत ली है। टिकैतनगर से रेफर होकर आए इस शिशु की हालत भर्ती के वक्त बेहद गंभीर थी, लेकिन एनआरसी की इंचार्ज नर्स रचना तिवारी और चिकित्सक डॉ. सिकंदर अली की विशेषज्ञ देखभाल ने उसे नई जिंदगी दे दी।

गंभीर हालत में सीएचसी से रेफर

टिकैतनगर निवासी पूनम अपने बेटे कार्तिक को लेकर स्थानीय सीएचसी पहुँची थीं, जहां डॉक्टरों ने बच्चे की तेजी से गिरती सेहत और कमजोरी को देखते हुए तुरंत जिला अस्पताल के एनआरसी वार्ड में रेफर किया।
5 नवंबर को भर्ती कार्तिक को देखते ही चिकित्सा टीम अलर्ट मोड पर आ गई।

इंचार्ज नर्स रचना तिवारी ने संभाला मोर्चा

एनआरसी पहुंचते ही स्टाफ नर्स रचना तिवारी ने बच्चे का उपचार शुरू कराया।
डॉ. सिकंदर अली ने बच्चे की नाजुक स्थिति को देखते हुए विशेष निगरानी एवं पोषण संबंधी निर्देश दिए और मां को आश्वस्त किया कि कार्तिक को हर संभव सुविधा प्रदान की जाएगी।

14 दिनों में चमत्कारिक सुधार

एनआरसी प्रोटोकॉल के तहत—

हर दो घंटे पर फीड

उम्र के अनुसार दूध हलुआ, खिचड़ी और पौष्टिक भोजन

संक्रमण, डिहाइड्रेशन और हाइपोथर्मिया की निरंतर निगरानी

सभी दवाएं और जांचें नि:शुल्क


इस व्यवस्थित उपचार से कार्तिक का वजन 2.650 किग्रा से बढ़कर 3.800 किग्रा हो गया।

“मेरा बच्चा फिर मुस्कुराने लगा”—मां पूनम

बच्चे की मां पूनम ने कहा—
“जब मैं कार्तिक को लेकर आई थी, वह बहुत कमजोर था। डिस्चार्ज के समय उसका वजन लगभग डेढ़ किलो बढ़ गया। मेरे बच्चे की मुस्कान लौट आई है। मैं रचना मैडम, डॉक्टर साहब और पूरे स्टाफ की आभारी हूं।”

एनआरसी क्या करता है?

एनआरसी में 1 माह से 5 वर्ष तक के गंभीर कुपोषित बच्चों का मुफ्त इलाज होता है।
यहाँ—

14 दिन तक भर्ती सुविधा

दवा, जांच, भोजन पूरी तरह नि:शुल्क

डिस्चार्ज पर मां को 700 रुपये प्रोत्साहन राशि। पोषण पुनर्स्थापन एवं संक्रमण नियंत्रण की विशेषज्ञ देखभाल।
डॉक्टरों ने की जागरूकता की अपील
डॉ. सिकंदर अली ने कहा—
“बच्चों का वजन घट रहा हो, दूध पीना कम करें या कमजोरी दिखे तो तुरंत एनआरसी लेकर आएं। यहां प्रशिक्षित टीम निरंतर देखभाल करती है। इंचार्ज नर्स रचना तिवारी ने कहा—
“समय पर इलाज मिलने से बच्चे जल्दी ठीक होते हैं। ऐसे सफल उदाहरण लोगों में जागरूकता बढ़ाते हैं।कार्तिक के स्वास्थ्य लाभ के बाद स्थानीय लोगों में जिला अस्पताल के एनआरसी वार्ड की कार्यशैली की व्यापक सराहना हो रही है।

रिपोर्टर : नफीस अहमद

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