शिलाजीत लेते समय इन 3 बातों का रखें खास ध्यान

शिलाजीत (Shilajit) एक प्राकृतिक आयुर्वेदिक औषधि है, जिसे हजारों वर्षों से ऊर्जा, स्टैमिना, और मानसिक स्पष्टता बढ़ाने के लिए प्रयोग किया जाता है। लेकिन कई लोग इसे सही तरीके से इस्तेमाल नहीं करते, जिससे इसका असली लाभ नहीं मिल पाता। अगर आप भी शिलाजीत का सेवन कर रहे हैं या करने की सोच रहे हैं, तो इन 3 आम गलतियों से जरूर बचें:

1. गलत समय पर सेवन करना

शिलाजीत को सही समय पर लेना बहुत जरूरी है।
गलती: कुछ लोग इसे कभी भी ले लेते हैं – खाली पेट, खाने के तुरंत बाद या रात को सोने से पहले।

सही तरीका:

सुबह खाली पेट या हल्के नाश्ते के बाद लें।

अगर दूसरी बार लेना हो तो दोपहर के बाद लें, लेकिन शाम को बहुत देर से न लें क्योंकि इससे नींद में बाधा आ सकती है।

Best Time: सुबह 6–9 बजे और दोपहर 2–4 बजे के बीच।

2. डोज़ और क्वालिटी की अनदेखी करना

गलती: ज़्यादा फायदे के चक्कर में लोग ज्यादा मात्रा में शिलाजीत ले लेते हैं, या किसी भी कंपनी का सस्ता प्रोडक्ट खरीद लेते हैं।

नकली या अशुद्ध शिलाजीत से स्वास्थ्य को नुकसान हो सकता है – जैसे सिरदर्द, गैस, डाइजेशन की समस्या आदि।

सही तरीका:

केवल शुद्ध, लैब-टेस्टेड और प्रमाणित ब्रांड का शिलाजीत खरीदें।

रोज़ाना सिर्फ 300–500mg शुद्ध शिलाजीत पाउडर या रेजिन पर्याप्त है।

3. शिलाजीत को "जादू की गोली" समझ लेना

गलती: लोग सोचते हैं कि शिलाजीत लेने से तुरंत चमत्कारी नतीजे मिलेंगे, चाहे लाइफस्टाइल खराब हो, नींद कम हो या खानपान अनियमित।

सही तरीका:

शिलाजीत सप्लीमेंट है, जीवनशैली का विकल्प नहीं।

संतुलित आहार, भरपूर नींद, नियमित व्यायाम और स्ट्रेस मैनेजमेंट के साथ लेने पर ही इसका पूरा फायदा मिलेगा।

अतिरिक्त सुझाव:

गर्म दूध, गुनगुने पानी या शहद के साथ शिलाजीत लें।

गर्भवती महिलाएं, हार्ट पेशेंट्स या कोई विशेष दवा ले रहे लोग डॉक्टर से सलाह लेकर ही शिलाजीत लें।

शिलाजीत एक शक्तिशाली प्राकृतिक टॉनिक है, लेकिन इसका फायदा तभी मिलता है जब आप इसे सही तरीके से लें। ऊपर बताई गई 3 गलतियों से बचकर, आप शिलाजीत से अधिक ऊर्जा, बेहतर स्टैमिना और मानसिक स्पष्टता पा सकते हैं।

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