भाद्रपद्र एकादशी आज, बन रहे 3 ख़ास शुभ योग सवरेंगे श्रद्धालुओं के भाग्य

भाद्रपद्र एकादशी को अजा एकादशी के नाम से भी जाना जाता है. भाद्रपद्र एकादशी व्रत कृष्णा पक्ष की एकादशी के दिन रखा जाता है.
यह एकादशी जन्माष्टमी के 4 दिन बाद होती जिसका मानव जीवन में बहुत महत्व माना गया है. ऐसा माना जाता है, इस व्रत को रखने से व्यक्ति को सभी दिक्कतों से निजात मिल जाता है, साथ ही यह भी बता दे की, मान्यता ऐसी भी है इस व्रत को करने से मोक्ष और धन समृद्धि की प्राप्ति भी होती है. साथ ही आपको यह भी बता दे राजा हरिश्चंद्र ने भी अजा एकादशी का व्रत किया था, जिसके प्रभाव से उनका खोया हुआ राजपाट, धन, दौलत, पत्नी और पुत्र प्राप्त हो गए थे.
क्या है, अजा एकादशी का शुभ मुहूर्त
पंचांग के अनुसार, अजा एकादशी की तिथि की शुरुवात 29 अगस्त गुरुवार की देर रात 01 बजकर 19 मिनट पर हो चुकी है. एकादशी का समापन 30 अगस्त की देर रात 01 बजकर 37 मिनट पर होगा. एकादशी का शुभ मुहूर्त सुबह 5:58 बजे स लेकर 7:43 बजे तक हैलाभ-उन्नति मुहूर्त 12:22 पीएम से 01:58 पीएम तक और अमृत -सर्वोत्तम मुहूर्त 01:58 पीएम से 03:34 पीएम तक मुहूर्त है.
क्या है व्रत के फायदें?
1. ऐसी मान्यता है की अजा एकादशी का व्रत रखने से व्यक्ति की गरीबी दूर होती है .
2. अजा एकादशी का व्रत रखने से संतान सुखी रहती है.
3. अजा एकादशी का व्रत रखने से व्यक्ति को मृत्यु के बाद स्वर्ग की प्राप्ति होती है.
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