भाजपा में होने जा रहा बड़ा बदलाव? हटेंगे बड़े नाम

यूपी भाजपा में क्यों होने जा रहा बड़ा बदलाव?
उत्तर प्रदेश की राजनीति केवल राज्य तक ही सीमित नहीं बल्कि उत्तर प्रदेश ही वो रास्ता है जिस पर आगे बढ़कर देश की सबसे ऊँची कुर्सी तक पहुंचा जा सकता है। और जिस तरह से लोकसभा चुनाव 2024 के परिणाम सामने आये थे यूपी भाजपा संगठन पर बड़े सवाल उठ गए थे। पर उसके बाद फिर पलटवार करते हुए भाजपा ने उपचुनाव में 7 सीटें जीतकर अपना परचम लहरा दिया था अपर अब तैयारी 2027 के विधानसभा चुनाव की चल रही है जिसको लेकर भाजपा कोई भी कोर कसर छोड़ना चाहती। इसलिए लगातार संगठन की बैठकें जारी है इसी कड़ी में आज प्रदेश भाजपा कार्यालय लखनऊ में भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव विनोद तावड़े के निर्देशन में संगठन बैठक आयोजित की गयी। जिसमे आने वाले समय में मंडल और जिले स्तर बदलाव की चर्चा की गयी।
इस मौके पर प्रेस को सम्बोधित करते हुए भाजपा प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी ने कहा कि हमारी परंपरा विरासत को लेकर हम लोग काम कर रहे है। भाजपा में लोकतान्त्रिक तरीके से होता है। और हमारी विचारधारा हम सबके लिए सौभाग्य का विषय है। इसी विचारधारा के चलते प्रधानमंत्री मोदी को देश की सेवा करने का तीसरी बार अवसर मिला है। यही कारण है कि हरियाणा महाराष्ट्र में हमारी बड़ी जीत हुई है। प्रदेश में हमने ढाई करोड़ सदस्य नए बनाये है जो समर्पित मन से देश की जनता के लिए काम कर रहे हैं। हमने संगठन चुनाव के लिए पूर्व सांसद और वरिष्ठ भाजपा नेता महेन्द्रनाथ पांडेय को चुनाव अधिकारी बनाया है। उनके अनुभवी नेतृत्व में ही संगठन में चुनाव की प्रक्रिया आगे बढ़ रही है।
इस बैठक के बाद भाजपा में संगठन चुनाव के चुनाव अधिकारी पूर्व सांसद महेंद्र नाथ पांडेय ने प्रेस वार्ता करते हुए कहा कि पदाधिकारी बनाने का सिलसिला जारी है और इस बार संगठन में महिलाओं को भी बड़ा स्थान दिया जायगा। महेन्द्रनाथ पांडेय ने कहा कि भाजपा ने संविधान के अनुसार सदस्यता शून्य कर नई सदस्यता करती है। इस व्यवस्था के तहत बूथ मंडल जिला प्रदेश उनके बाद केंद्र के नए पदाधिकारी बनाये जायेगे सबको पता है कि भाजपा संगठन हमेशा लोकतांत्रिक तरीके से संचालित करती है। पूरे उत्तर प्रदेश में 1 लाख 62 हजार बूथ यूपी में है सभी जगहों पर रिकॉर्ड सदस्य बनाये गए है और ।88 हजार बूथों पर प्राथमिक कमेटियां बनाई जा चुकी है। पांच दिसंबर के बाद मंडलों के गठन का काम होगा और 15 दिसंबर तक मंडलों का गठन कर लिया जायगा।
जिलाध्यक्ष 30 दिसंबर तक जिलाध्यक्ष का चुनाव पूर्ण होगा साथ ही प्रत्येक जिले में एक- एक पर्यवेक्षक बनाया गया है। और सबसे बड़ी बात भाजपा के वरिष्ठ नेता और राष्ट्रीय महासचिव विनोद तावड़े को यूपी का पर्यवेक्षक बनाया गया है। वहीं संभल मामले पर बोलते हुए पूर्व सांसद महेंद्र नाथ ने कहा कि विपक्ष के केवल लोग आग लगते है फिर पानी डालते है संभल में न्यायालय के आदेश पर सर्वे करने टीम गई थी और जो हिंसा हुई है वो समाजवादी पार्टी के दो नेताओ के वर्चस्व की लड़ाई में हिंसा हुई है। यह लोग परिस्थितियों पर राजनीति करते है। जब उपचुनाव में भाजपा के पक्ष में मतदान हुआ तो डर के कारण इस हिंसा को विपक्ष के द्वारा ही भड़काया गया है।
बैठक के बाद भाजपा प्रदेश महामंत्री (संगठन) धर्मपाल सिंह ने कहा कि, सर्वग्राही, सर्वस्पर्शी और सर्वव्यापी संगठन बनाने के लिए जरूरी है कि सभी प्रमुख पदाधिकारी प्रवास करें और संगठन चुनाव तक उसी जिले मे निवास करके हर वर्ग को संगठन में जिम्मेदारी देने का प्रयास करें। सदस्यों के लिहाज से विश्व की सबसे बड़ी पार्टी मानी जाने वाली भाजपा ने संगठन स्तर पर कुछ खास फोकस किया है। कार्यकर्ता पर फोकस करते हुये ही संगठन चुनाव आगे बढ़ रहा हैं। बूथ से लेकर जिला स्तर तक भाजपा सर्वसम्मति से चयन को महत्व दे रही है, ताकि कार्यकर्ताओं के बीच दूरदर्शी मैसेज जाए। उन्होंने बताया कि, कार्यकर्ता आधारित संगठन के कारण ही उत्तर प्रदेश में हमने 2 करोड़ 60 लाख सामान्य सदस्यता की है। इसके अलावा 50 सदस्यता करने वाले 2 लाख 5 हजार 789 कार्यकर्ता उत्तर प्रदेश में सक्रिय सदस्य बने हैं जो कि एक रिकार्ड है। आगे भाजपा संगठन पर्व के साथ ही 6 दिसंबर को बाबा साहब डा. भीमराव आंबेडकर निर्वाण दिवस को सभी बूथों पर समता दिवस के रूप में मनायेंगी। 25 दिसंबर को पूर्व प्रधानमंत्री श्रद्धेय अटल बिहारी वाजपेयी जी के जयन्ती को सभी बूथों पर सुशासन दिवस के रूप में मनाया जायेगा। 26 दिसंबर को जिला स्तर पर राष्ट्रीय बाल शहीदी दिवस मनाना है।
तो वहीं इस बैठक और संभल मामले को लेकर सी न्यूज़ पर बोलते हुए योगी सरकार के मंत्री जेपीएस राठौर और युवा भाजपा नेता नोएडा विधायक पंकज सिंह ने कहा कि बैठक होती रहती हैं हमारे संगठन में सब लोकतान्त्रिक तरीके से होता है और रही संभल हिंसा की बात ये सब विपक्ष का ही काम है। जो भी सच है वो जल्द ही सामने निकल कर आ जायगा। संभल में सब ठीक है पर अभी विपक्ष के नेताओं को जाने से रोका गया है जिससे ये लोग जाकर संभाली हुई व्यवस्था को ख़राब न कर दें। क्योंकि विपक्ष को दंगाविहीन उत्तर प्रदेश रास नहीं आ रहा है।
No Previous Comments found.