आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं को वितरित की जाने वाली साड़ियों की गुणवत्ता

भरतपुर : जिले में महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा पर सवाल उठने से वितरण तीन महीने से अटका हुआ है। सप्लायर ने सैंपल के अनुरूप गुणवत्तापूर्ण साड़ियां नहीं भेजीं, जिससे विभाग ने प्रक्रिया रोक दी है। प्राप्त जानकारी अनुसार जिले के 2,182 आंगनबाड़ी केंद्रों पर 8,074 कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं के लिए ड्रेस का वितरण किया जाना था, इनमें 4166 कार्यकर्ताओं और 3908 सहायिकाओं को यूनिफॉर्म मिलनी थी लेकिन सप्लायर ने 266 कार्यकर्ताओं और 308 सहायिकाओं के यूनिफॉर्म कम भेजे साथ ही साड़ियों का रंग, वजन और गुणवत्ता भी तय मानकों के अनुरूप नहीं पाई गई। अधिकांश बंडलों में साड़ियां फटी हुई मिलीं। गड़बड़ी उजागर होने पर महिला एवं बाल विकास विभाग के तत्कालीन उपनिदेशक ने निदेशक को पत्र लिखकर मार्गदर्शन मांगा था हालांकि सूत्रों के अनुसार विभाग अब बिना सुधार किए ही यूनीफॉर्म वितरित करने की तैयारी कर रहा है, जिससे अनियमितता की आशंका बढ़ गई है। प्राप्त जानकारी अनुसार सप्लायर द्वारा भेजी गई 450 ग्राम की साड़ीया का आंगनबाड़ी की 3,908 सहायिकाओं के लिए ब्लाउज सहित वितरण किया जाना है। निर्धारित सैंपल के अनुसार प्रत्येक साड़ी का वजन 600 ग्राम होना चाहिए, लेकिन सप्लायर द्वारा सप्लाई की गई साड़ियाें का वजन मात्र 450 ग्राम पाया गया साथ ही सैंपल की साड़ी की तुलना में आपूर्ति की गई साड़ी की लंबाई में भी 6 इंच की कटौती की गई है। प्राप्त जानकारी अनुसार यही हाल आंगनबाड़ी की 4,166 कार्यकर्ताओं के लिए वितरित की जाने वाली यूनिफॉर्म साड़ी का भी है। तय सैंपल के अनुसार प्रत्येक साड़ी का वजन 540 ग्राम होना चाहिए, लेकिन सप्लायर ने 440 ग्राम वजन की साडिय़ां सप्लाई की हैं साथ ही साड़ी की लंबाई में 6 इंच की कमी है तथा साडिय़ों का रंग और कपड़े की गुणवत्ता भी मानकों के अनुरूप नहीं है।

 

रिपोर्टर : रीना

Leave a Reply



comments

Loading.....
  • No Previous Comments found.