कलक्टर ने उर्वरक वितरण एवं स्टाॅक जांच के लिए गठीत की टीम

जिले में उपलब्धता एवं दुकानवार स्टाॅक की सूचना रोजाना प्रशासन के सोशल मीडिया एकाउंट पर होगी सार्वजनिक

अन्य प्रदेश में भेजने, स्टाॅक छुपाने या अधिक दर लेने वालों के लाइसेंस होगे निलम्बित

भरतपुर- जिला कलक्टर कमर चैधरी ने जिले में रबी सीजन में किसानों को उर्वरकों की उपलब्धता के लिए कृषि, सहकारिता, नागरिक आपूर्ति एवं राजस्व विभाग के अधिकारियों की वीसी के माध्यम से बैठक लेकर पारदर्शिता के साथ डीएपी एवं उर्वरकों की वितरण सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।
जिला कलक्टर ने कहा कि जिले में डीएपी की उपलब्धता के अनुसार निजी विक्रेता एवं क्रय विक्रय सहकारी समितियां के माध्यम से पारदर्शिता से वितरण हो। जिस दिन जितना स्टॉक उपलब्ध है उसका निर्धारित दरों के अनुसार वितरण किया जाए। उन्होंने कहा कि किसानों को परेशान नहीं होना पडे इसके लिए कृषि, रसद एवं राजस्व विभाग की टीम अपने-अपने क्षेत्र में सक्रियता से दुकानों का निरीक्षण करें। उन्होंने प्रतिदिन जिले में उपलब्ध स्टॉक या दुकानों पर उपलब्धता को मीडिया, जिला प्रशासन के सोशल मीडिया अकाउंट फेसबुक, एक्स एवं इंस्टाग्राम के माध्यम से आम जनता तक पहुंचाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि प्रत्येक किसान को पोस मशीन से आधारकार्ड के अनुसार पांच कट्टे दिए जाएं, जिले में खाद की कमी नहीं है, अनावश्यक शॉर्ट नहीं रखा जाए। 
 संयुक्त निदेशक कृषि सुरेश चंद गुप्ता ने बताया कि जिले में 2 लाख 65 हजार हेक्टेयर क्षेत्र में सरसों की बुवाई होगी जिसके लिए 29 हजार मेट्रिक टन उर्वरक की आवश्यकता रहेगी जिसमें से जिले में अब तक 21 हजार मेट्रिक टन फर्टिलाइजर प्राप्त हो चुका है। उन्होंने बताया कि अनियमितता पाये जाने पर विक्रेता का लाइसेंस निलम्बित किया जायेगा। इसके लिए नियमित टीम क्षेत्र में जांच करेगी। 
इस अवसर पर अतिरिक्त कलक्टर प्रशासन घनश्याम शर्मा, शहर राहुल सैनी, प्रशिक्षु आईएएस भानू शर्मा, जिला रसद अधिकारी पवन अग्रवाल जिले से सभी उपखंड अधिकारी, कृषि, उद्यानिकी, राजस्व विभाग के अधिकारी उपस्थित रहे।

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