अरवल में गिरिराज सिंह का विवादित बयान, ‘नमक हरामों के वोट नहीं चाहिए’

बिहार विधानसभा चुनाव से पहले राजनीति का पारा गर्म होता जा रहा है। केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने अरवल में एक जनसभा में विपक्षी महागठबंधन पर तीखा हमला किया और मुस्लिम समुदाय को लेकर दिए गए विवादित बयान से राजनीतिक हलचल मचा दी है। इस बयान को लेकर विपक्ष और कई नेताओं ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है।

अरवल विधानसभा क्षेत्र में भाजपा उम्मीदवार की नामांकन रैली को संबोधित करते हुए केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा कि उन्हें "नमक हरामों" के वोट नहीं चाहिए। उन्होंने एक मुस्लिम व्यक्ति के साथ हुई बातचीत का हवाला देते हुए कहा कि उस व्यक्ति ने उन्हें वोट नहीं दिया, फिर भी कोई गाली नहीं दी।

गिरिराज सिंह ने कांग्रेस और महागठबंधन की नीतियों पर सवाल उठाते हुए प्रधानमंत्री मोदी की उपलब्धियों को उजागर किया। उन्होंने बिहार में हुए विकास कार्यों का जिक्र करते हुए सुरक्षा, खासकर महिलाओं की सुरक्षा पर जोर दिया।

हालांकि, इस बयान पर राजनीतिक प्रतिक्रियाएं भी तेज हुईं। निर्दलीय सांसद पप्पू यादव और शिवसेना नेता संजय राउत सहित कई नेताओं ने गिरिराज सिंह की भाषा और विचारों की निंदा की। उन्होंने कहा कि यह अपमानजनक और विभाजनकारी भाषा है, जो लोकतांत्रिक मूल्यों के खिलाफ है।

गिरिराज सिंह ने महागठबंधन को "ठगबंधन" बताते हुए कहा कि उनकी स्थिति बिखरी हुई है और बिहार में एनडीए प्रचंड बहुमत से जीत हासिल करेगा। उन्होंने विपक्ष की अस्थिरता और नेताओं के बीच टकराव को चुनावी मुद्दा बनाया।

बिहार विधानसभा चुनाव 2025 से पहले राजनीतिक बयानों की गरमाहट बढ़ती जा रही है। गिरिराज सिंह के विवादित बयान ने सियासी घमासान को और तेज कर दिया है। अब देखना होगा कि यह बयान चुनावी मुकाबले पर किस तरह असर डालता है। मतदान 6 और 11 नवंबर को होगा, और नतीजे 14 नवंबर को सामने आएंगे।

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