जनता दल (यूनाइटेड) ने जारी की दूसरी सूची, 44 उम्मीदवारों के नाम घोषित

बिहार विधानसभा चुनाव 2025 की तैयारियों ने अब जोर पकड़ लिया है। एनडीए और महागठबंधन दोनों तरफ से उम्मीदवारों की लिस्ट जारी होने का सिलसिला जारी है। इस बीच नीतीश कुमार की अगुवाई वाली जनता दल (यूनाइटेड) ने अपनी दूसरी सूची जारी कर चुनावी रण का बिगुल पूरी ताकत से बजा दिया है।
जनता दल (यूनाइटेड) ने गुरुवार को अपनी दूसरी सूची जारी करते हुए 44 उम्मीदवारों के नामों की घोषणा कर दी। इसके साथ ही पार्टी ने अपनी कुल 101 सीटों पर उम्मीदवारों के नामों का ऐलान पूरा कर लिया है। इस सूची में खास बात यह है कि 9 महिलाओं और 4 मुस्लिम उम्मीदवारों को जगह दी गई है, जो पार्टी की समावेशी और सामाजिक संतुलन की रणनीति को दर्शाता है। जेडीयू ने इस बार बाहुबली नेता आनंद मोहन के बेटे चेतन आनंद को नबीनगर से टिकट दिया है, जबकि विवादित छवि वाले विधायक गोपाल मंडल का टिकट काटकर उनकी जगह बुलो मंडल को मैदान में उतारा गया है। नई सूची में कई महत्वपूर्ण नाम शामिल हैं ...
वाल्मीकिनगर से धीरेन्द्र प्रताप सिंह उर्फ रिंकु सिंह,
सिकटा से समृद्ध वर्मा,
नरकटिया से विशाल साह,
केसरिया से शालिनी मिश्रा,
शिवहर से श्वेता गुप्ता,
अररिया से शगुफ्ता अजीम,
जोकीहाट से मजर आलम,
और अमौर से सबा जफर जैसे चेहरे मैदान में हैं।
जेडीयू ने अपने उम्मीदवारों का सामाजिक वर्गीकरण भी साझा किया है। पार्टी ने 37 ओबीसी, 22 ईबीसी, 22 सामान्य वर्ग, 15 अनुसूचित जाति, 1 अनुसूचित जनजाति और 4 मुस्लिम उम्मीदवारों को टिकट दिया है। वहीं एनडीए के अन्य घटकों की बात करें तो, पहले ही यह साफ हो चुका है कि बीजेपी और जेडीयू 101-101 सीटों पर चुनाव लड़ रही हैं।
लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) को 29 सीटें, राष्ट्रीय लोक मोर्चा और हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा को 6-6 सीटें दी गई हैं। बीजेपी ने भी हाल ही में अपनी दूसरी सूची जारी की थी जिसमें 12 नए उम्मीदवारों के नाम जोड़े गए थे। इससे पहले पहली सूची में पार्टी ने 71 नामों का ऐलान किया था जिसमें सम्राट चौधरी और विजय सिन्हा जैसे बड़े चेहरे शामिल थे।
दूसरी ओर, महागठबंधन (आरजेडी, कांग्रेस, वाम दल) में अब तक सीट बंटवारे को लेकर स्पष्ट सहमति नहीं बन पाई है। कांग्रेस ने बिना अंतिम सहमति के 17 उम्मीदवारों की लिस्ट जारी कर दी है, जबकि आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने राघोपुर से नामांकन दाखिल कर चुनावी बिगुल फूंक दिया है। प्रशांत किशोर की जन सुराज पार्टी ने भी अपनी दूसरी सूची जारी कर 65 उम्मीदवारों के नाम घोषित किए हैं, हालांकि उन्होंने खुद चुनाव न लड़ने का फैसला किया है।
जैसे-जैसे चुनाव की तारीखें नजदीक आ रही हैं, बिहार की सियासत में हर दिन नए समीकरण बनते-बिगड़ते नजर आ रहे हैं। एनडीए ने जहां सीट बंटवारे और प्रत्याशी चयन में स्पष्टता दिखा दी है, वहीं महागठबंधन अब भी अंतर्कलह से जूझता नजर आ रहा है। ऐसे में देखना दिलचस्प होगा कि जनता किसकी रणनीति को पसंद करती है और कौन बनेगा बिहार की अगली सरकार का किंगमेकर।
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