बिहार जीत पर बोले मंत्री कपिल देव अग्रवाल घुसपैठियों के समर्थक हार गए
बिहार जीत पर बोले मंत्री कपिल देव अग्रवाल-- घुसपैठियों के समर्थक हार गए
मंत्री कपिल देव अग्रवाल बोले राम विरोधियों को जनता ने दिया है जवाब
बिहार विधानसभा चुनाव बहुत ही महत्वपूर्ण चुनाव था। सीधे तौर पर कह सकते हैं कि ये चुनाव केवल राजनीतिक दलों के बीच ही नहीं बल्कि परंपरा और बदलाव के बीच था। वैसे इस चुनाव में सत्ता और विपक्ष यानि एनडीए गठबंधन और महागठबंधन के बीच कांटे की टक्कर मानी जा रही थी पर जब आज चुनाव परिणाम आये तो पूरी लड़ाई ही एक तरफ़ा हो गयी। और जो परिणाम आया है उसने विपक्ष को पूरी तरह से ख़त्म कर दिया है कुल मिलाकर पुराने आकड़े तक भी विपक्ष दूर दूर तक नजर नहीं आया। इसी जीत की ख़ुशी न केवल बिहार में दिखी बल्कि देश के सबसे बड़े सूबे यानि उत्तर प्रदेश में भी जश्न का माहौल है. इस जीत पर उत्तर प्रदेश के कौशल विकास मंत्री कपिल देव अग्रवाल सी न्यूज़ भारत पर बोलते हुए कहा कि एनडीए की दमदार जीत ने न केवल नीतीश कुमार को दसवीं बार सत्ता की दहलीज पर पहुंचाया है, बल्कि मोदी -नीतीश की जोड़ी पर जनता के अटूट भरोसे को और मजबूत किया है।
उत्तर प्रदेश के कौशल विकास मंत्री कपिल देव अग्रवाल ने समाजवादी पार्टी और विपक्षी दलों पर निशाना साधते हुए कहा कि ये लोग किनके साथ हैं इनका एजेंडा क्या है? इनका एजेंडा रहा है कि अफजल हम शर्मिंदा है तेरे कातिल जिंदा है. इन्होंने ऐसे लोगों को संरक्षण देने का काम किया है. ये लोग राम भक्तों पर गोली चलवाने का काम करते हैं.घुसपैठियों का समर्थन करते हैं।उन्होंने कहा सपा प्रमुख अखिलेश यादव बिहार में प्रचार करने गए थे उन्हें भी बिहार की जनता ने नकार दिया अरे अखिलेश यादव ने अभी दीपावली पर कहा कि दीपक मत चलाओ दीपावली क्यों मनाते हो? ईसाइयों की तरह काम करो उनसे सीखो यानी लगातार तुष्टिकरण करने का काम और अपमानित करने का काम यह लोग करते हैं. पीएम मोदी की तारीफ़ करते हुए कपिल देव अग्रवाल ने कहा कि नरेंद्र मोदी पिता तुल्य व्यवहार बिहार के साथ और लोगों के साथ करने का काम करते हैं.
वहीं एसआइआर के मुद्दे को विपक्ष द्वारा इस हार का कारण बताने पर उन्होंने कहा कि अखिलेश यादव कुछ भी नहीं कर पाएंगे उनके पास मातम मनाने के अलावा कोई साधन नहीं बचा है. अभी बिहार में भी इन्होंने कहा था यहाँ एसआइआर नहीं होने देंगे पर वहां पर हो गया। पश्चिम बंगाल में भी एसआइआर हुआ और आने वाले दिनों में और जगह भी होगा। कांग्रेस पार्टी से तो दहाई का आंकड़ा तक पार नहीं हुआ. राहुल गांधी को नेता प्रतिपक्ष के पद से त्याग दे देना चाहिए. राहुल गाँधी तो मनोरंजन का साधन बन चुके हैं अब तो कोई बच्चा अगर रोता है तो उनकी माँ उसको राहुल गाँधी के वीडियो या रील दिखा देती है बच्चा हंसने लगता है कुल मिलाकर राहुल गाँधी हंसी के पात्र हैं।
और अब बात अगर सीएम योगी की कही जाए तो योगी आदित्यनाथ की लोकप्रियता बिहार के अंदर इतनी है तो आप उत्तर प्रदेश का होगी इसका अंदाजा लगाया जा सकता है। जब योगी के नेतृत्व में चुनाव होगा तो परिणाम और बेहतर आएंगे और विपक्ष साफ़ हो जायगा बिहार की तरह ही।


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