सरस्वती शिशु मंदिर भोजली मिलनोत्सव एवं प्रतियोगिता का शानदार उन्नीसवीं वर्ष सम्पन्न हुआ

बिलासपुर : भोजली मिलनोत्सव सरस्वती शिशु मंदिर सेमरताल में मुख्य अतिथि शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय सेमरताल के प्राचार्य अनिल वर्मा, विद्यालय प्रबन्ध समिति के कोषाध्यक्ष कामता प्रसाद धीवर, प्रधानाचार्य रविन्द्र नाथ गहवई, महिला मंडल से सावित्री धीवर,पंचकुवर यादव,भगवती साहू,बिजमा देवी गहवई, गंगोत्री यादव,रामिन साहू,कुमारी धीवर,ऊषा धीवर के द्वारा भोजली कजली देवी की भावपूर्ण पूजा के साथ भोजली गंगा के पारम्परिक गीत*देवी गंगा देवी गंगा लहर तुरंगा हो गीत  ने पूरा गांव की मन मोहित कर दिया इस गीत को सभी माताओं बहनों ने और विभिन्न प्रकार के गीतों को गाते हुए आरती किया।पूजन के पश्चात् प्रतियोगिता करवाई गई जिसमें प्रथम स्थान पर नीलू दीपक साहू ने प्राप्त किया, द्वितीय स्थान पर नीतू ओमप्रकाश साहू ने प्राप्त किया तृतीय स्थान पर भगवती साहू आंगनबाड़ी कार्यकर्ता ने प्राप्त कर अपने माता-पिता का नाम एवं गांव का नाम रौशन किया है। मुख्य अतिथि अनिल वर्मा ने सभी को बधाई दी और अनंत शुभकामनाएं देते हुए अपने धर्म की तथा संस्कृति एवं रिति-रिवाज को भली-भांति से मनाने और अपने संतति को इसकी जानकारी देने हेतु आह्वान किया जिससे हमारी संस्कृति के साथ धर्मनिष्ठ समाजसेवी बच्चे हों। कामता प्रसाद धीवर ने सभी को राखी महापर्व की बधाई के साथ भोजली विसर्जन एवं भोजली मीतान बदने और मीतान की मित्रता को जीवन्त पर्यंत सम्मान के साथ निभाते हुए एक-दूसरे के सुख दूख में सम्मिलित होने से आपसी प्रेम में प्रगाढ़ता बढ़ती है और श्रीकृष्ण और सुदामा जी की अटूट विश्वास पर आधारित कहानी सुनाई।
 रविन्द्र नाथ गहवई ने सभी माताओं बहनों को भोजली गंगा को और भी अधिकाधिक बड़ी संख्या में बुआई करने और विलुप्त होती हुई इस पारंपरिक त्यौहार को बनाए रखने के लिए निवेदन करते हुए कहा कि संस्कृति रिति-रिवाज एवं धर्म को बचाने के लिए महारानी चेन्नम्मा, दुर्गावती, महारानी लक्ष्मीबाई बिलासा बाई केवटीन तथा भक माता कर्मा जैसी महान् गौरवशाली पूज्यनीय माताओं से प्रेरणा लेकर उनके विचारों को आत्मसात कर देश काल की रक्षा करने को प्रेरित किया।अंत में पुरस्कार वितरण किया गया। पुरस्कार उपसरपंच अक्षय साहू के एवं कामता प्रसाद धीवर बिजमा देवी गहवई प़साद वितरण की व्यवस्था की गयी तत्पश्चात गांव के हृदय स्थल मुख्य गुड़ी होते हुए देवतालाब नैया में विसर्जित कर गांव तथा देश के खुशहाल परिवार उत्तम स्वास्थ्य तथा सभी की निरंतर विकास विस्तार की शुभमंगल कामना करते हुए विसर्जित किया गया ।इस पुनीत कार्य में पूरे विद्यालय परिवार का और गांव के सभी महिलाओं एवं किशोरी बहनों तथा बच्चों का व समस्त ग्रामवासियों का सहयोग वंदनीय रहा।

रिपोर्टर : सेवक सिंह 

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