अब मोबाइल नहीं, हैक हो रही आपकी कार! जानिए कैसे

2025 में जब सबकुछ स्मार्ट हो गया है, तो हैकर्स भी अब पहले से कहीं ज्यादा शातिर हो चुके हैं। अब उनका नया टारगेट सिर्फ मोबाइल या बैंक अकाउंट नहीं, बल्कि आपकी कार है! जी हां, अब गाड़ियां भी हैक हो रही हैं – और हैकर्स दूर बैठकर ही आपकी कार के लॉक खोल रहे हैं, इंजन स्टार्ट कर रहे हैं, यहां तक कि कार को कंट्रोल भी कर सकते हैं।
क्या ये Sci-Fi फिल्म की स्क्रिप्ट है?
बिलकुल नहीं! ये हकीकत है, और दुनियाभर में इसके मामले तेजी से बढ़ रहे हैं।
कैसे हो रही हैं कारें हैक?
आज की स्मार्ट कारों में लगे होते हैं कई इंटरनेट-बेस्ड फीचर्स:
की-लेस एंट्री
रिमोट स्टार्ट
GPS ट्रैकिंग
वायरलेस इंफोटेनमेंट सिस्टम
मोबाइल ऐप से कंट्रोल
लेकिन यही टेक्नोलॉजी अब बन गई है साइबर क्राइम का गेटवे। हैकर्स इन फीचर्स को वायरलेसली ब्रेक कर कार को अनलॉक और स्टार्ट कर लेते हैं।
हाल ही में सामने आया बड़ा मामला
हाल ही में अमेरिका, यूरोप और अब भारत में भी ऐसी घटनाएं सामने आई हैं जहाँ हैकर्स ने:
कार के मोबाइल ऐप को क्लोन किया
कमजोर पासवर्ड और OTP सिस्टम को बायपास किया
Signal-Jamming और Spoofing के जरिए की-लेस एंट्री को तोड़ा
चोरी के बाद GPS को बंद कर दिया ताकि ट्रेसिंग न हो पाए
एक रिपोर्ट के मुताबिक, 2024-25 में स्मार्ट कार हैकिंग के मामले 150% बढ़े हैं।
कौन-सी कारें सबसे ज्यादा रिस्क में हैं?
कोई भी ऐसी कार जो मोबाइल ऐप, ब्लूटूथ, या इंटरनेट से जुड़ी हो — वो है टारगेट!
कुछ फीचर्स जो हैकिंग के लिए जिम्मेदार हो सकते हैं:
Remote Unlock फीचर
Smart Key (Keyless Entry)
WiFi-Hotspot/Internet connectivity
OBD-II Port Access (सर्विसिंग पोर्ट)
अपनी कार को ऐसे बचाएं:
Two-Factor Authentication ऑन करें – कार ऐप्स में 2FA ज़रूर एक्टिवेट रखें
Keyless Pouch का इस्तेमाल करें – RFID/Key Blocker पाउच से Key Signal सुरक्षित रहता है
WiFi/Hotspot ऑफ रखें – जब जरूरी न हो तो कनेक्टिविटी बंद रखें
स्ट्रॉन्ग पासवर्ड रखें – कार ऐप में OTP + पिन दोनों रखें
OBD Port लॉक करें – फिजिकल एक्सेस से बचाएं
सिक्योरिटी अपडेट्स लें – कंपनी द्वारा दिए गए फर्मवेयर अपडेट समय पर करें
Trusted Apps ही इंस्टॉल करें – थर्ड-पार्टी ऐप्स से बचें
एक्सपर्ट्स क्या कह रहे हैं?
“जैसे-जैसे कारें स्मार्ट बन रही हैं, वैसे-वैसे वो हैकर्स के लिए आसान शिकार भी बनती जा रही हैं। अब सिर्फ गाड़ी लॉक करना काफी नहीं, साइबर लॉक भी ज़रूरी है।”
Cybersecurity Researcher, 2025
अब वक्त आ गया है कि हम अपनी कार को भी उसी तरह सिक्योर करें जैसे अपने फोन या बैंक अकाउंट को करते हैं।
स्मार्ट कार रखने का मतलब है स्मार्ट सिक्योरिटी अपनाना। वरना अगली बार जब आप पार्किंग में पहुंचें, तो आपकी कार गायब हो सकती है – और हैकर कहीं दूर बैठा इंजन ऑन कर चुका हो!
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