12 से 13 जिलों में वोट कटने का मामला सामने आया...सपा ने चुनाव आयोग की प्रक्रिया पर उठाए सवाल

कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने 7 अगस्त को प्रेस कांफ्रेंस कर सत्ताधारी पार्टी भाजपा और चुनाव आयोग पर आरोप लगाए थे। राहुल गांधी का आरोप था कि भाजपा और चुनाव आयोग की मिलीभगत से भारतीय जनता पार्टी चुनाव जीत रही है। उन्होंने प्रधानमंत्री पर वोट चोरी करने का आरोप लगाया। राहुल गांधी की बात को कई विपक्षी दलो का समर्थन भी मिला है। इस क्रम में अब समाजवादी पार्टी ने वोटर लिस्ट से काटे गए नामों के खिलाफ आवाज उठाई है। सपा ने मुख्य चुनाव आयुक्त को शिकायत की है। समाजवादी पार्टी के प्रवक्ता फखरुल हसन चांद ने बताया कि सपा ने मुख्य चुनाव आयुक्त को ई-मेल के जरिये यूपी के अलग-अलग जिलों के वोटरों के वोट कटने की फिर से शपथपत्र के साथ शिकायत की गई है। उन्होंने बताया कि बीते यूपी विधानसभा चुनाव में सबसे ज्यादा शिकायतें यादव, मुस्लिम, ओबीसी और दलित समाज के लोगों के वोट काटे जाने की थी। सपा प्रवक्ता फखरुल ने बताया कि रायबरेली, अमेठी और बलिया समेत 12 से 13 जिलों में वोट कटने का मामला सामने आ है। ये सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। उन्होंने बताया कि इसको लेकर हमने अपने संगठन को लगा दिया है।
फखरुल ने कहा कि रायबरेली, अमेठी, बलिया समेत करीब 12 से 13 जिलों से वोट कटने की पुष्टि हुई है। उन्होंने बताया कि पार्टी के संगठन की मदद से शिकायतों की क्रॉस चेकिंग की गई, जिसमें सामने आया कि जिन लोगों के नाम लिस्ट से हटाए गए थे, वे पहले मतदान करते रहे हैं। उन्होंने कहा कि सपा इन मामलों को गंभीरता से ले रही है और लगातार चुनाव आयोग से शिकायतें कर रही है। सिद्धार्थनगर जिले के मामले में शिकायत के बाद कुछ कार्रवाई भी हुई है।
सपा प्रवक्ता ने यह भी स्पष्ट किया कि विधानसभा, लोकसभा और पंचायत चुनावों की वोटर लिस्ट अलग-अलग होती हैं, और फिलहाल वे विधानसभा चुनाव से जुड़े मामलों में नाम हटाने की शिकायत कर रहे हैं।
सपा प्रमुख ने उठाए सवाल-
इस बीच, सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भी चुनाव आयोग की निष्पक्षता पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा कि चाहे लोकसभा चुनाव हो या विधानसभा, चुनाव आयोग की निष्पक्षता पर बार-बार संदेह जताया गया है। आयोग के कार्यप्रणाली से जनता में असंतोष और अविश्वास का माहौल बन गया है।
अखिलेश यादव ने बताया कि सपा ने चुनाव आयोग को 18,000 हटाए गए वोटरों के नामों की सूची शपथ पत्र के साथ सौंपी थी, लेकिन अब तक किसी अधिकारी या कर्मचारी पर कोई कार्रवाई नहीं की गई। उन्होंने कहा कि अगर समय पर कार्रवाई हो, तो वोट से जुड़ी धांधलियों पर रोक लगाई जा सकती है।
अखिलेश यादव ने उठाए गंभीर सवाल-
ईवीएम को लेकर भी अखिलेश यादव ने गंभीर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि कई बार वोट डालने के बाद भी वोट दर्ज नहीं होता या मशीन में पहले से वोट पड़ा होने की शिकायतें आती हैं। ईवीएम की बैटरी लंबे समय तक चार्ज कैसे रहती है, इस पर भी सवाल हैं। यही वजह है कि बैलेट पेपर से चुनाव कराने की मांग लगातार उठ रही है।
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