सरकार का तोहफा: चने के समर्थन मूल्य में बड़ी वृद्धि

किसानों के लिए एक राहतभरी खबर सामने आई है। केंद्र सरकार ने रबी सीजन 2025-26 के लिए चने (चना दाल) के न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) में 225 प्रति क्विंटल की वृद्धि की घोषणा की है। इस फैसले के तहत अब चने का नया MSP 5,440 प्रति क्विंटल तय किया गया है, जो पहले 5,215 था।

यह निर्णय हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में आयोजित केंद्रीय मंत्रिमंडल की आर्थिक मामलों की समिति (CCEA) की बैठक में लिया गया।

MSP में बढ़ोतरी का उद्देश्य

सरकार का कहना है कि यह कदम किसानों को उचित मूल्य सुनिश्चित करने और उनकी आय में वृद्धि करने के उद्देश्य से उठाया गया है। MSP में यह बढ़ोतरी लागत और लाभ को ध्यान में रखते हुए की गई है। कृषि मंत्रालय के अनुसार, चने की उत्पादन लागत 3,044 प्रति क्विंटल है, और नए MSP के अनुसार किसानों को लगभग 79% का लाभ मिलेगा।

रबी फसलों के MSP में व्यापक बदलाव

चने के अलावा अन्य प्रमुख रबी फसलों जैसे गेहूं, जौ, मसूर, सरसों और कुसुम के MSP में भी संशोधन किया गया है। यह फैसला खाद्य सुरक्षा के साथ-साथ फसल विविधिकरण को बढ़ावा देने की दिशा में भी एक अहम कदम माना जा रहा है।

क्या है MSP?

न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) वह मूल्य है जिस पर सरकार किसानों से उनकी उपज खरीदने की गारंटी देती है। इसका उद्देश्य किसानों को बाजार में मूल्य में गिरावट की स्थिति में आर्थिक सुरक्षा प्रदान करना है।

किसानों की प्रतिक्रिया

देश के विभिन्न हिस्सों से किसान संगठनों ने इस बढ़ोतरी का स्वागत किया है, हालांकि कुछ संगठनों का मानना है कि लागत में हो रही निरंतर वृद्धि के मद्देनजर MSP में और अधिक बढ़ोतरी की आवश्यकता है।

चने के MSP में 225 की वृद्धि किसानों के लिए एक सकारात्मक संकेत है। इससे चना उत्पादकों को बेहतर लाभ मिलेगा और उनकी आर्थिक स्थिति में सुधार हो सकता है। कृषि विशेषज्ञों का मानना है कि MSP नीति में पारदर्शिता और समय पर खरीद प्रक्रिया सुनिश्चित करने से किसानों को वास्तविक लाभ मिल सकेगा।

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