जिला स्तरीय सड़क सुरक्षा समिति की बैठक सम्पन्न

 चतरा : समाहरणालय स्थित सभा कक्ष में उपायुक्त श्रीमती कीर्तिश्री की अध्यक्षता में जिला स्तरीय सड़क सुरक्षा समिति की महत्वपूर्ण बैठक सम्पन्न हुई। बैठक में पुलिस अधीक्षक सुमित कुमार अग्रवाल विशेष रूप से उपस्थित थे। बैठक की शुरुआत में जिले में हो रही सड़क दुर्घटनाओं, हिट एंड रन मामलों एवं गुड सेमैरिटन पॉलिसी के क्रियान्वयन की बिंदुवार समीक्षा की गई। उपायुक्त ने सड़क दुर्घटनाओं पर रोकथाम के लिए सभी विभागों को समन्वित एवं ठोस कार्य योजना बनाने का निर्देश दिया। उन्होंने स्पष्ट कहा कि जिले में सड़क सुरक्षा नियमों का अक्षरशः अनुपालन सुनिश्चित किया जाए और इसके लिए व्यापक जांच अभियान तथा जागरूकता अभियान चलाए जाएं।

जिला परिवहन पदाधिकारी  महेश्वरी प्रसाद यादव ने जानकारी दी कि परिवहन विभाग और पुलिस प्रशासन के संयुक्त तत्वावधान में विद्यालयों एवं सार्वजनिक स्थानों पर सड़क सुरक्षा जागरूकता अभियान निरंतर चलाया जा रहा है। उपायुक्त ने निर्देश दिया कि इस अभियान को और अधिक प्रभावी बनाते हुए आम नागरिकों, विशेषकर बच्चों एवं किशोरों को यातायात नियमों के पालन के प्रति प्रेरित किया जाए।

बैठक में पुलिस अधीक्षक ने स्पष्ट कहा कि 18 वर्ष से कम उम्र के नाबालिगों द्वारा वाहन चलाए जाने पर किसी प्रकार की रियायत नहीं दी जाएगी और अभिभावकों के खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने यह भी निर्देश दिया कि बिना हेलमेट या अन्य किसी प्रकार से सड़क सुरक्षा नियमों का उल्लंघन करने वाले व्यक्तियों पर सख्त कार्रवाई की जाए। जिले में तेज रफ्तार वाहनों पर अंकुश लगाने हेतु एक बड़ा कदम उठाते हुए उपायुक्त ने घोषणा की कि अब स्पीड गन से वाहनों की रफ्तार की जांच की जाएगी। बैठक के दौरान केनरा बैंक द्वारा प्राप्त 10 स्पीड गन को संबंधित थाना क्षेत्रों यथा पिपरवार, टंडवा, हंटरगंज, सिमरिया, गिद्धौर, चतरा सदर, प्रतापपुर, जोरी, इटखोरी और मयूरहंड  को सौंपा गया। गुड सेमैरिटन पॉलिसी के तहत सड़क दुर्घटना पीड़ितों की मदद करने वाले नेकदिल लोगों को चिन्हित कर उन्हें लाभान्वित एवं सम्मानित करने का भी निर्देश दिया गया। उपायुक्त ने स्पष्ट कहा कि ऐसे लोगों को सम्मानित कर समाज में जागरूकता का वातावरण तैयार किया जाए।

बैठक में लावारिस पशुओं की वजह से हो रही सड़क दुर्घटनाओं पर भी गंभीर चिंता व्यक्त की गई। नगर परिषद कार्यपालक पदाधिकारी को निर्देश दिया गया कि सड़क पर घूमने वाले लावारिस पशुओं को चिन्हित कर उन्हें तत्काल पकड़ा जाए, जिससे दुर्घटनाओं की संभावनाएं कम हों। उपायुक्त की आमजन से विशेष अपील सड़क पर लावारिस रूप से घूमने वाले पशु सड़क दुर्घटनाओं का बड़ा कारण बन रहे हैं। यह न केवल वाहन चालकों के लिए खतरनाक है, बल्कि स्वयं पशुओं के जीवन के लिए भी जोखिम है। मैं जिले के सभी नागरिकों से अपील करती हूँ कि वे अपने पालतू मवेशियों को खुला न छोड़ें और उन्हें सुरक्षित बांधकर रखें। यदि कोई पशु सड़क पर लावारिस स्थिति में घूमता दिखाई दे, तो इसकी सूचना तुरंत नगर परिषद या नजदीकी थाना को दें। आपकी छोटी सी जागरूकता किसी की जान बचा सकती है और सड़क पर सुरक्षित माहौल बनाने में बड़ी भूमिका निभा सकती है।

 बैठक के दौरान उपायुक्त ने सड़क दुर्घटनाओं के आंकड़ों की समीक्षा करते हुए नाराजगी व्यक्त की और कहा कि सभी ट्रांसपोर्टर यह सुनिश्चित करें कि भारी वाहनों पर चालक के साथ सहायक चालक (Helper) अनिवार्य रूप से मौजूद रहे। साथ ही, सभी वाहनों की गति सीमा (Speed Limit) की लगातार मॉनिटरिंग की जाए। बरसात के कारण सड़कों पर हुए गड्ढों की मरम्मती के लिए संबंधित कार्यपालक अभियंता को शीघ्र कार्रवाई करने का निर्देश दिया गया। बैठक में वन प्रमंडल पदाधिकारी (उत्तरी) राहुल मीणा, उप विकास आयुक्त अमरेंद्र कुमार सिन्हा, अपर समाहर्ता अरविंद कुमार, अनुमंडल पदाधिकारी चतरा जहूर आलम, अनुमंडल पदाधिकारी सिमरिया सन्नी राज, सभी अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी, जिला परिवहन पदाधिकारी, सभी अंचल अधिकारी, थाना प्रभारी एवं अन्य संबंधित विभागों के पदाधिकारी और कर्मी उपस्थित रहे।

रिपोर्टर : लक्क़ी

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