चौपारण अंचल कार्यालय में लूट-खसोट और लापरवाही का बोलबाला, जनता त्रस्त

चौपारण : प्रखंड मुख्यालय स्थित अंचल कार्यालय में लूट-खसोट और लापरवाही चरम पर है। अधिकारी और कर्मचारी न तो समय पर कार्यालय आते हैं और न ही जनता के कार्यों को गंभीरता से लेते हैं। मोटेशन, दाखिल-खारिज सहित किसी भी प्रकार के कागजी कार्य समय पर नहीं हो रहे हैं। इससे आम जनता में भारी रोष व्याप्त है। दिनभर बैठकर लौट रहे नागरिक, सुनवाई के नाम पर सिर्फ टालमटोल ब्लॉक प्रांगण में दिनभर अपनी बारी का इंतजार कर लौटने को मजबूर नागरिकों ने आक्रोश व्यक्त करते हुए बताया कि यहां काम के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति की जाती है। फरियादी दिनभर बैठे रहते हैं, लेकिन अंत में उन्हें खाली हाथ ही घर लौटना पड़ता है। एक फरियादी ने कहा, “पिछले तीन महीने से मोटेशन के लिए चक्कर लगा रहा हूं, लेकिन हर बार टाल दिया जाता है। अधिकारी सुनवाई करने की बजाय हमें इधर-उधर दौड़ाते रहते हैं। बिना सुविधा शुल्क कोई काम नहीं, स्थानीय लोगों का आरोप है कि कार्यालय में बिना सुविधा शुल्क (रिश्वत) के कोई काम नहीं हो रहा है। जब किसी फरियादी ने कर्मचारियों से देर होने का कारण पूछा तो उसे साफ जवाब मिला –"बाबू से मिलिए,सब ठीक हो जाएगा। जनता ने उठाई जांच की मांग ब्लॉक कार्यालय में व्याप्त अनियमितता और भ्रष्टाचार से जनता अब तंग आ चुकी है। स्थानीय निवासियों ने उच्च अधिकारियों से मांग की है कि चौपारण अंचल कार्यालय की गतिविधियों की जांच की जाए और दोषी कर्मचारियों पर कड़ी कार्रवाई की जाए। जनता ने दी आंदोलन की चेतावनी लोगों का कहना है कि यदि जल्द ही व्यवस्था में सुधार नहीं हुआ तो वे सड़कों पर उतरकर आंदोलन करने को मजबूर होंगे। प्रशासन मौन,जनता बेहाल इस पूरे मामले पर प्रशासन की चुप्पी ने भी सवाल खड़े कर दिए हैं। अब देखना यह है कि जनता की आवाज कब तक सुनी जाती है और कब चौपारण अंचल कार्यालय में व्यवस्था पटरी पर आती है।

रिपोर्टर - मुकेश सिंह 

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