अरुण पण्डा: घरघोड़ा नगर पँचायत अध्यक्ष पद के प्रबल दावेदार

घरघोड़ा : भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) से घरघोड़ा नगर पँचायत अध्यक्ष पद के लिए दावेदारी कर रहे अरुण पण्डा का नाम इन दिनों चर्चा का केंद्र बन गया है। उत्कल ब्राम्हण समाज के जिला अध्यक्ष के रूप में अपनी सशक्त पहचान बनाने वाले अरुण पण्डा को नगर का हर वर्ग एक मृदुभाषी, समाजसेवी और कुशल नेतृत्वकर्ता के रूप में देखता है।
सर्वस्वीकार्य नेता: अरुण पण्डा न केवल ब्राम्हण समाज में बल्कि पूरे नगर में एक लोकप्रिय और सर्वस्वीकार्य चेहरा हैं। उनकी विनम्रता और सेवा भावना ने उन्हें लोगों के दिलों में खास जगह दिलाई है। समाज के हर छोटे-बड़े मुद्दे पर सक्रिय रहने वाले पण्डा जी ने नगर में विकास कार्यों को लेकर कई बार अपनी दूरदृष्टि का परिचय दिया है।
समाज सेवा में अग्रणी भूमिका:
चाहे जरूरतमंदों की मदद करना हो, या शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में सुधार की बात हो, अरुण पण्डा हमेशा अग्रिम पंक्ति में खड़े नजर आते हैं। उनकी नेतृत्व क्षमता और समाजसेवा के प्रति समर्पण ने न केवल बीजेपी कार्यकर्ताओं बल्कि आम जनता का भी ध्यान आकर्षित किया है।
भाजपा को मिलेगी मजबूती:
जानकारों का मानना है कि अगर अरुण पण्डा को टिकट दिया जाता है, तो यह घरघोड़ा में बीजेपी की स्थिति को और मजबूत कर सकता है। उनकी छवि और लोकप्रियता विपक्षी दलों के लिए एक बड़ी चुनौती साबित हो सकती है। क्या पण्डा की दावेदारी बदलेगी समीकरण राजनीतिक गलियारों में यह सवाल गर्म है कि अरुण पण्डा की दावेदारी से नगर की राजनीतिक समीकरण किस दिशा में जाएंगे। यह देखना दिलचस्प होगा कि उनकी सामाजिक छवि और संगठनात्मक कौशल उन्हें चुनावी मैदान में कितना आगे ले जाते हैं। अरुण पण्डा का कहना: "मेरी प्राथमिकता हमेशा से समाज और नगर का विकास रही है। अगर मुझे मौका मिला, तो मैं घरघोड़ा को विकास के नए आयाम तक पहुँचाने के लिए पूरी मेहनत और ईमानदारी से काम करूंगा।" अब देखना यह है कि बीजेपी नेतृत्व अरुण पण्डा की दावेदारी को कितना गंभीरता से लेता है और क्या वे नगर पँचायत अध्यक्ष पद के लिए टिकट पाने में सफल होते हैं।
रिपोर्टर : सुनील जोल्हे
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