मालेगांव केस में बरी हुईं प्रज्ञा ठाकुर का विवादित बयान...

मालेगांव विस्फोट मामले में बरी हो चुकीं पूर्व बीजेपी सांसद साध्वी प्रज्ञा ठाकुर ने एक बार फिर विवादों को हवा दे दी है। भोपाल में मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा कि हिंदू कभी आतंकवादी नहीं हो सकता, आतंकवाद का रंग हरा होता है। उनके इस बयान पर सियासी हलकों में गर्मी आ गई है। प्रज्ञा ठाकुर ने कहा कि यूपीए सरकार ने जांच एजेंसियों का दुरुपयोग कर उन्हें और अन्य आरोपियों को गलत तरीके से फंसाया था, जबकि अदालत ने सबूतों के अभाव में सभी को बरी कर दिया। उन्होंने दावा किया कि भगवा आतंकवाद का आरोप लगाने वालों को अब जवाब मिल गया है। इसके साथ ही उन्होंने पहलगाम हमले का हवाला देते हुए आतंकवाद को हरे रंग से जोड़ा और इसे हिन्दुत्व व भगवा की विजय बताया।
विपक्ष का पलटवार-
प्रज्ञा ठाकुर के बयान पर विपक्षी दलों ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। AIMIM प्रवक्ता असीम वकार ने उन पर निशाना साधते हुए कहा कि आतंकवाद रंगों से नहीं, सोच और नीयत से जुड़ा होता है। उन्होंने कहा, “हरे रंग को आतंकवाद से जोड़ना अज्ञान की भाषा है। हरा रंग तो ईश्वर, गॉड और अल्लाह का प्रिय रंग माना जाता है।"
असीम वकार ने आगे कहा कि प्रज्ञा ठाकुर के दिल और दिमाग में आतंकवाद की मानसिकता भरी हुई है, इसलिए उन्हें हरे रंग में भी आतंकवाद नजर आता है। उन्होंने चेताया कि ईश्वर की अदालत में किसी भी गुनहगार को माफी नहीं मिलती, चाहे दुनिया की अदालत से वह छूट भी जाए।
उन्होंने यह भी कहा कि “कोई भी रंग आतंकवाद का प्रतीक नहीं हो सकता, लेकिन आतंकवादी किसी भी धर्म या रंग के हो सकते हैं।”
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