क्या सही में हैं धरती और चंद्रमा का कनेक्शन?

CHANCHAL
कोविड-19 महामारी के दौरान दुनिया भर में लगाए गए लॉकडाउन ने हमारे जीवन को कई तरह से प्रभावित किया. लेकिन क्या आप जानते हैं कि इसका असर चांद पर भी पड़ा? जी हाँ अपने सही सुना साल 2019 में जब कोविड-19 महामारी के चलते दुनियार भर में लॉकडाउन लगाया गया तो इसका सबसे आधिक असर हमने चंद्रमा पर देखा। जिसकी खोज ने वैज्ञानिकों को भी हैरान कर दिया है। आखिरकार धरती पर होने वाली गतिविधियों का चांद के तापमान पर क्या असर हो सकता है? इसका जवाब है, 'पृथ्वी का चुंबकीय क्षेत्र'।
कोविड-19 रोग के प्रसार को रोकने के लिए, लॉकडाउन सबसे पहले मार्च 2020 में चीन और इटली में लागू किया गया था, उसके बाद कई अन्य देशों में भी इसको लागू किया गया । जिसके कारण , दुनिया की लगभग आधी आबादी को किसी न किसी रूप में लॉकडाउन के तहत होना पड़ा, जिसमें क्वारंटीन और घर पर रहने के आदेश शामिल थे। बात दे की, लॉकडाउन होने के कारण औद्योगिक प्रदूषण, परिवहन और जीवाश्म ईंधन के उपयोग जैसी मानवीय गतिविधियों पर गहरा असर पड़ा है।
शोधकर्ताओं ने कहा कि मानवीय गतिविधियों में कमी के कारण ग्रीनहाउस गैसों का उत्सर्जन और प्रदूषक स्तर कम हुआ है, और इसलिए रात के समय पृथ्वी की सतह से कम गर्मी उत्सर्जित हुई है। इस बदलाव का असर चांद के उस हिस्से पर पड़ा जो हमेशा पृथ्वी की ओर होता है. चांद का यह हिस्सा पृथ्वी के चुंबकीय क्षेत्र से प्रभावित होता हैं। साथ ही हालिया शोध में यह भी पाया गया, कि चांद की सतह पर छोटे-छोटे भूकंप की गतिविधियां कम हुईं
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