आदि साथी" आदि कर्मयोगी अभियान का एक घटक है, जो जनजातीय समुदायों को सशक्त बनाने और उत्तरदायी शासन को बढ़ावा देने के लिए शुरू किया गयासन को बढ़ावा देने के लिए शुरू किया गया

दंतेवाड़ा : एक राष्ट्रव्यापी आंदोलन है. ये आदि साथी, जो मुख्य रूप से गांवों के निवासी हैं, जैसे स्थानीय स्वयंसेवी महिला समूह और पारंपरिक नेता, जमीनी स्तर पर परिवर्तन के सहभागी और प्रेरक होते हैं. उनका कार्य जनजातीय समुदायों और सरकार के बीच एक सेतु का काम करता है, ताकि सरकारी योजनाओं का लाभ उन तक पहुँच सके. 

आदि साथी की भूमिका और जिम्मेदारियाँ:
स्थानीय नेतृत्व और भागीदारी: वे समुदाय के अंदर परिवर्तन के उत्प्रेरक होते हैं, जमीनी स्तर पर नेतृत्व और भागीदारी को बढ़ावा देते हैं. 
सरकार और समुदाय के बीच सेतु: वे जनजातीय लोगों और सरकारी अधिकारियों के बीच एक पुल का काम करते हैं, जिससे योजनाओं को अंतिम व्यक्ति तक पहुँचाया जा सके. 
जागरूकता और समन्वय: आदि साथी गांवों में सरकारी योजनाओं और सेवाओं के बारे में जागरूकता फैलाते हैं, और यह सुनिश्चित करते हैं कि वे समुदाय के लिए सुलभ हों. 
योजना और विकास: वे गांव के भविष्य के लिए विजन बनाने और 'ग्राम विलेज एक्शन प्लान' तैयार करने में मदद करते हैं, जिसमें समुदाय की जरूरतें शामिल होती हैं. 
समुदाय का सशक्तिकरण: वे आदि कर्मयोगी कैडर के सदस्य होते हैं, जो सेवा, समर्पण और संकल्प से प्रेरित होकर जनजातीय क्षेत्रों में उत्तरदायी शासन और समावेशी विकास को बढ़ावा देते हैं 
उपस्थित ग्राम पंचायत दुगेली के सरपंच सचिव कोटवार वार्ड पंच एवं पटवारी कृषि विभाग पीडब्ल्यूडी के अधिकारी मौजूद रहे

रिपोर्टर : ए आर कर्मा 


 

 

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