मध्यप्रदेश स्थापना दिवस पर देशभक्ति और संस्कृति की झलक — डाईट परिसर दतिया में हुआ भव्य आयोजन
दतिया - मध्यप्रदेश स्थापना दिवस के अवसर पर दतिया में शनिवार को स्थानीय डाईट परिसर में भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में प्रदेश की गौरवशाली यात्रा, विकास के संकल्प और समृद्ध सांस्कृतिक विरासत की झलक देखने को मिली। पूरे परिसर में देशभक्ति और उल्लास का माहौल बना रहा।कार्यक्रम के मुख्य अतिथि के रूप में सेवढ़ा विधायक प्रदीप अग्रवाल उपस्थित रहे। उनके आगमन पर कलेक्टर स्वप्निल वानखडे, पुलिस अधीक्षक सूरज कुमार वर्मा, तथा सीईओ जिला पंचायत ने पुष्पगुच्छ भेंट कर उनका आत्मीय स्वागत किया।ध्वजारोहण और गार्ड ऑफ ऑनर से हुई शुरुआत ,कार्यक्रम का शुभारंभ विधिवत ध्वजारोहण एवं गार्ड ऑफ ऑनर के साथ हुआ। ध्वज फहराते ही समूचा वातावरण ‘जय मध्यप्रदेश’ और ‘भारत माता की जय’ के नारों से गूंज उठा। इसके बाद उपस्थित अतिथियों और नागरिकों ने सामूहिक रूप से राष्ट्र की उन्नति और राज्य की खुशहाली के लिए संकल्प लिया,विधायक ने रखी प्रदेश की उपलब्धियाँ, दिया विकास का संदेश,मुख्य अतिथि प्रदीप अग्रवाल ने अपने संबोधन में मध्यप्रदेश की उपलब्धियों और निरंतर प्रगति पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि आज प्रदेश ने शिक्षा, स्वास्थ्य, कृषि, उद्योग और महिला सशक्तिकरण के क्षेत्र में उल्लेखनीय प्रगति की है।
उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री मोहन यादव के नेतृत्व में प्रदेश के सर्वांगीण विकास की सराहना करते हुए कहा कि “मध्यप्रदेश अब देश के अग्रणी राज्यों में अपनी मजबूत पहचान बना चुका है।”उन्होंने सभी नागरिकों से अपील की कि वे प्रदेश की खुशहाली और समृद्धि के लिए अपने स्तर पर योगदान दें तथा बाल विवाह जैसी सामाजिक कुरीतियों को समाप्त करने का संकल्प लें,मध्यप्रदेश गान’ ने जगाई भावनात्मक एकता,विधायक के उद्बोधन के उपरांत मध्यप्रदेश गान का सामूहिक वाचन हुआ। इस अवसर पर पूरा परिसर एक साथ गान की भावनाओं में डूब गया। कार्यक्रम स्थल पर उपस्थित जनसमूह ने तिरंगे झंडे लहराकर देश और प्रदेश के प्रति अपने प्रेम को व्यक्त किया।रंगारंग सांस्कृतिक प्रस्तुतियों ने बांधा समां,कार्यक्रम में जिले के विभिन्न विद्यालयों के विद्यार्थियों ने देशभक्ति, लोक संस्कृति और मध्यप्रदेश की विविध परंपराओं पर आधारित सांस्कृतिक प्रस्तुतियाँ दीं। बच्चों ने लोकनृत्य , गीत, नाट्य और समूहगान के माध्यम से राज्य की समृद्ध विरासत को जीवंत कर दिया।इन प्रस्तुतियों ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया और पूरे परिसर में उत्साह और उमंग का वातावरण बना दिया।राष्ट्रगान के साथ हुआ समापन,कार्यक्रम का समापन राष्ट्रगान के साथ हुआ, जिसके बाद सभी अतिथियों ने एक-दूसरे को मध्यप्रदेश स्थापना दिवस की शुभकामनाएँ दीं। इस अवसर पर बड़ी संख्या में जनप्रतिनिधि, पत्रकारगण, प्रशासनिक अधिकारी, कर्मचारी , शिक्षाविद, छात्र-छात्राएँ और गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे। मध्यप्रदेश स्थापना दिवस का यह आयोजन न केवल राज्य की उपलब्धियों का उत्सव था, बल्कि नागरिकों के एकता, विकास और जनकल्याण के संकल्प का प्रतीक भी बन गया।
रिपोर्टर - नितिन कुमार दांतरे
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